एसओजी ने पकड़े 9 आरोपी, हाईकोर्ट नकल मामले का चौंकाने वाला खुलासा, कौन था मास्टरमाइंड?
High Court LDC Recruitment Exam 2022: स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 में ब्लूटूथ से नकल कर रही तीन महिलाओं सहित 9 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एक बड़े रैकेट के पर्दाफाश की ओर इशारा करती है, जिसमें कई आरोपी राज्य की विभिन्न कोर्ट में कार्यरत थे। (High Court LDC Recruitment Exam 2022) एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि इन आरोपियों को पकड़ने के लिए स्थानीय जिला पुलिस की मदद ली गई थी। यह मामला न केवल नकल के खिलाफ सख्ती का प्रतीक है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया की शुचिता को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
एफआईआर दर्ज, मामले की गहराई से जांच जारी
एसओजी थाने में मंगलवार रात को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई। गिरफ्तारी की प्रक्रिया तब शुरू हुई जब पोरव कालेर नामक गिरोह के सरगना ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि उसने हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा में 16 अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ के माध्यम से नकल करवाई थी। इस जानकारी के बाद, एसओजी ने मामले की जांच शुरू की और तकनीकी सबूत जुटाए।
एसओजी के डीआईजी परिस देशमुख और एएसपी हरिप्रसाद सोमानी के नेतृत्व में तकनीकी टीम ने मामले की जांच की। इसमें पाया गया कि आरोपियों ने हाईकोर्ट एलडीसी परीक्षा में नकल करने के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया था। बुधवार को इन्हें गिरफ्तार किया गया और एसओजी ने इस गिरोह के अन्य सदस्य और संदिग्ध अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी जुटाई है।
चूरू में सालासर टावर से नकल करवाई गई
एसओजी अधिकारियों ने बताया कि गिरोह ने चूरू के सालासर टावर से बैठकर अभ्यर्थियों को नकल करवाई। परीक्षा का पेपर गिरोह तक पहुंचा और फिर ब्लूटूथ के जरिए सही उत्तरों को अभ्यर्थियों तक पहुंचाया गया।
एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से खजवाना के 4 लोग शामिल हैं। इन आरोपियों ने पहले ईओ/आरओ परीक्षा में भी नकल की थी, और अब इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसओजी अधिकारियों ने यह भी बताया कि इन आरोपियों के अलावा 18 अन्य संदिग्ध अभ्यर्थियों के बारे में जांच की जा रही है। यह मामले न केवल नकल के खिलाफ सख्ती का प्रतीक हैं, बल्कि न्यायिक परीक्षा प्रक्रियाओं की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अहम कदम हैं।
9 आरोपियों को किया गिरफ्तार, यहां हैं पदस्थ
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) द्वारा की गई एक बड़ी कार्रवाई में 9 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 में ब्लूटूथ से नकल की थी। ये आरोपी राज्य के विभिन्न न्यायिक अदालतों में कार्यरत थे। यहां जानें, कौन से आरोपी कहां पदस्थ थे:
बीकानेर के भीना नगर निवासी द्रोपदी सिहाग - पाली में न्यायिक मजिस्ट्रेट बाली में कनिष्ठ सहायक।
श्रीगंगानगर के वार्ड पांच निवासी सुनीता - एसीजेएम कोर्ट सरदारशहर, चूरू में पदस्थ।
बीकानेर के नाथूसर बास निवासी उमेश तंवर - न्यायिक मजिस्ट्रेट सुजानगढ़, चूरू में पदस्थ।
हनुमानगढ़ के कोहला निवासी सुमन भुखर - महिला उत्पीड़न कोर्ट, भीलवाड़ा में पदस्थ।
नागौर के खजवाना निवासी बीरबल जाखड - ब्यावर कोर्ट में पदस्थ।
नागौर के खजवाना निवासी सुरेश - न्यायिक मजिस्ट्रेट दक्षिण, उदयपुर में पदस्थ।
बीकानेर के केसर देसर जाटान निवासी राकेश कस्वा - न्यायालय सीजेएम, उदयपुर में पदस्थ।
नागौर के खजवाना निवासी विभीषण - नीमकाथाना कोर्ट में पदस्थ।
नागौर के खजवाना निवासी रामलाल - एसीजेएम कोर्ट गुलाबपुरा, भीलवाड़ा में पदस्थ।
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