Mahakumbh 2025: 'हम सब हिंदू...जातियों में ना बंटे' महाकुम्भ से जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर का क्या संदेश ?
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के साधु-संतों ने दूसरा अमृत स्नान किया। (Mahakumbh 2025) जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज सहित अन्य अखाड़ों के महामंडलेश्वरों के साथ साधु-संत छोटे -छोटे समूहों में संगम पहुंचे। इस मौके पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने सनातनी लोगों से जातियों में ना बंटने की अपील की।
जूना अखाड़े के अवधेशानंद गिरी ने किया स्नान
मौनी अमावस्या पर महाकुम्भ में करीब 10 करोड़ लोग स्नान करने पहुंचे। भक्तों के स्नान करने के बाद अखाड़ों के साधु संतों ने भी परंपरागत तरीके से संगम तट पहुंचकर अमृत स्नान किया। इनमें जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज भी शामिल रहे। उन्होंने अमृत स्नान के लिए संगम तट पहुंचने के दौरान कहा कि हमारी वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो, इसलिए हमने पहले स्नान स्थगित करने की बात कही थी, मगर अब हालात नियंत्रण में है तो हम स्नान करने आए हैं।
हम सब हिंदू...जातियों में ना बंटे- महामंडलेश्वर
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने संगम तट पहुंचने के दौरान मीडिया से भी बात की। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह जातियों में ना बंटें। स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि मेरा संदेश है कि भारत एक होना चाहिए। हमें जातियों के आधार पर नहीं बंटना चाहिए। अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि हम हिंदू हैं, हम सब सनातनी हैं।
हाथ में शस्त्र...जुबान पर जयकारे
मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के साधु-संतों के अमृत स्नान के दौरान सनातन संस्कृति की भव्य झलक देखने को मिली। नागा साधु हाथों में तलवार लहराते नजर आए, तो कुछ संत डमरु के नाद के बीच हर हर महादेव के जयकारे लगाते चल रहे। इन साधु-संतों को देखकर लोग इनके आगे नतमस्तक होते दिखाई दिए। अमृत स्नान के लिए आए अखाड़ों के साधु संतों पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई।
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