Bharatpur Water Logging: भारी बारिश के बाद गांवों में जलभराव, प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं
Bharatpur Water Logging: अभय शर्मा। जिले में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद पूरे जिले में जलभराव की समस्या देखने को मिल रही है। कहीं गांव जलमग्न हैं, तो कहीं कॉलोनियां डूबने की कगार पर हैं। ऐसे ही हालात भरतपुर के नगला केवल गांव और पीरनगर में बने हुए हैं।
कई मकानों में आई दरारें
दोनों गांवों में जलभराव की वजह से कई मकानों में दरारें आ गई हैं। इसके साथ ही खेतों में भी लबालब पानी भरा हुआ है। दोनों गांव में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन नही सुन रहा: ग्रामणी
पूर्व सरपंच तेज सिंह फौजदार ने बताया की तोंगा, जघीना, मडरपुर, बराखूर, नगला लोधा और जिरौली गांव से छोड़ा गया पानी नगला केवल गांव और पीरनगर गांव में आकर इकठ्ठा हो गया है। प्रशासन ने सड़क काटकर यह पानी दोनों गांव में छोड़ा है। गांव में पानी छोड़ने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से काफी मना किया, लेकिन प्रशासन ने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी। जिसका खामियाजा अब दोनों गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। दोनों गांव में चारों तरफ पानी ही पानी है।
घर में कैद होने को मजबूर ग्रामीण
लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। मरीजों को कंधे पर अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है। घरों में दरारें आ गई हैं। दोनों गांव के किसानों की हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई हैं। दोनों गांव में करीब 15 दिन से पानी जमा होने के कारण 50 से अधिक मकानों में दरारें आ गई हैं। जहरीले जीव घरों में आ रहे हैं। राशन लेने के लिए लोगों को पानी में डूबकर निकलना पड़ रहा है। रात को घरों में सोते हैं तो, उन्हें इस बात का डर लगता है कि सुबह होगी या नहीं क्योंकि मकान बैठते जा रहे हैं।
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