जमशेदजी टाटा ने बदले के रूप में Taj Hotels की शुरुआत की।
उन्होंने आधुनिक भारत के लिए कई सपने देखे, जिनमें 'ताज होटल' सबसे खास था।
पहला ताज होटल 1903 में मुंबई के 'गेटवे ऑफ इंडिया' के सामने खुला।
जमशेदजी टाटा को Watson's Hotel में प्रवेश से रोका गया था
सिर्फ यूरोप के लोगों को घुसने की इजाजत थी
इस अपमान से आहत होकर उन्होंने खुद का लग्जरी होटल बनाने की ठान ली।
14 साल की मेहनत के बाद, 16 दिसंबर 1903 को ताज होटल का उद्घाटन हुआ।
ताज होटल 26/11 के मुंबई हमले का भी गवाह रहा।