यह कैसे लोग है जो मोटा होना चाहते हैं ?

बोदी जनजाति के लोगों में मोटापे को इज्ज़त दिलाने का मान्यता है।

दक्षिणी इथोपिया में मर्दों की बढ़ी हुई तोंद को खूबसूरती का प्रतीक माना जाता है।

काईल नामक त्योहार में सबसे मोटे पेट वाले मर्द को सम्मानित किया जाता है।

ओमो घाटी के लोग विशेष तौर पर काईल त्योहार में भाग लेते हैं और अपनी तैयारी में बहुत मेहनत करते हैं।

इन लोगों में तैयारी में दूध, दही, कच्चा खून और शहद का सेवन शामिल होता है।

मान्यता है कि इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाले सबसे मोटे पेट वाले मर्द को लंबे समय तक सम्मान मिलता है।

इन लोगों का मानना है कि मोटापा और बढ़ी हुई तोंद उनकी शक्ति और स्थिरता का प्रतीक है।

वजन बढ़ाने के लिए ये लोग 6 महीने तक कोई काम नहीं करते, अपनी झोपड़ी में पड़े रहते हैं।

प्रतियोगिता के लिए अपना वज़न बढ़ाने के बाद, वे हफ्तों में ही अपने बढ़े हुए पेट को घटा लेते हैं।

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