क्या था चुप्पी का रहस्य? प्रेमी ने पिस्तौल से पति-पत्नी की हत्या कर दी, जानिए पूरा सच!
Jaipur Crime News: जयपुर में एक खौ़फनाक हत्या ने सभी को चौंका दिया। यह हत्याकांड प्रेम-प्रसंग के कारण हुआ, जब महिला ने अपने प्रेमी से बात करना बंद कर दिया था। (Jaipur Crime News) नाराज प्रेमी ने महिला के पति को परेशानी मानते हुए उस पर हमला करने की योजना बनाई। एक दिन वह महिला के घर पहुंचा, जहां विवाद के बाद उसने पिस्तौल से पति-पत्नी को गोली मार दी। यह मामला अब नए सवालों और अनसुलझे राज़ों को जन्म दे रहा है।
मोबाइल से खुला राज...हत्या से पहले का विवाद
जयपुर के सांगानेर क्षेत्र में एक खौ़फनाक हत्या का मामला सामने आया है। जोतवाड़ा के शांति विहार निवासी राजाराम और उसकी पत्नी आशा मीणा की हत्या प्रेम-प्रसंग के कारण की गई। आशा और मोनू के बीच पिछले कुछ समय से नजदीकियां बढ़ने के बाद मोनू ने पत्नी के घर में मोबाइल दिया था, जिससे दोनों के बीच गुप्त बातचीत शुरू हो गई।
सप्ताहभर पहले राजाराम के छोटे भाई आशाराम को पत्नी के कपड़ों के बीच एक मोबाइल मिला, जिसे मोनू ने आशा को दिया था। जब मोबाइल की जांच की गई, तो पता चला कि आशा और मोनू के बीच लगातार बातचीत हो रही थी। यह जानकर राजाराम ने अपनी पत्नी से बातचीत करने का विरोध किया और आशा ने वादा किया कि वह अब मोनू से बात नहीं करेगी। इस घटना के बाद, आशा ने फैक्ट्री जाना भी बंद कर दिया।
मोनू के साथ बातचीत बंद होने के बाद गुस्से में आकर उसने राजाराम को धमकाने के लिए 24 जनवरी को पिस्तौल के साथ घर पहुंचने की योजना बनाई। मोनू ने पहले मीनाक्षी को घर से बाहर भेजा और फिर तीनों को बातचीत के लिए कमरे में बुलाया। यह घटनाक्रम जल्द ही हत्या में बदल गया, जब मोनू ने अपने गुस्से के चलते राजाराम और आशा की हत्या कर दी।
पति-पत्नी पर हमले का दर्दनाक सच
राजाराम और आशा का मोनू से गहरी कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद हाथापाई शुरू हो गई। इस संघर्ष के दौरान दोनों के चेहरे पर चोटें आईं, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। गुस्से में आकर मोनू ने पिस्तौल निकालकर राजाराम की कनपटी पर गोली मारी। जब आशा ने पति का बचाव किया और विरोध किया, तो मोनू ने उसे भी कनपटी पर गोली मार दी। इसके बाद दोनों पति-पत्नी जमीन पर गिर पड़े और हमलावर मोनू मौके से फरार हो गया।
दोपहर करीब 1:30 बजे, आशाराम ने कई बार अपने भाई से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह बात नहीं कर पाए। इसके बाद आशाराम ने पड़ोसियों को कॉल करके राजाराम से बात कराने की गुजारिश की। पड़ोसी जब घर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि राजाराम और उसकी पत्नी आशा जमीन पर बेहोश पड़े थे। पड़ोसियों ने तत्काल मदद की और दोनों को अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने आशा को मृत घोषित कर दिया, जबकि राजाराम की हालत नाजुक बनी रही और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने यह भी खुलासा किया कि राजाराम के सिर में एक लोहे की चीज फंसी हुई थी, जिससे गोली लगने का पता चला। इसके बाद पुलिस ने हत्या के मामले की जांच शुरू की और आरोपी मोनू की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस ने CCTV फुटेज की जांच की और मोनू की मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया। लोकेशन दौसा के पास मिली, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ होने के कारण पुलिस की आगे की कोशिशें विफल हो गईं।
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