इनकम टैक्स की बड़ी कार्रवाई! करोड़ों के साथ क्रिप्टो खाते में छुपा कौन सा गुप्त खजाना?
Jaipur Income Tax Raid : राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयकर विभाग की छापेमारी ने टेंट और इवेंट कारोबार से जुड़े व्यापारियों के गुप्त राज खोल दिए हैं। कई दिनों तक चली इस कार्रवाई में आयकर अधिकारियों ने 9.65 करोड़ रुपए नकद और 12.61 किलो सोने-चांदी के गहने जब्त किए, जिनकी कुल कीमत 10.25 करोड़ रुपए आंकी गई है।
यह कार्रवाई केवल नकदी और सोने तक सीमित नहीं रही, बल्कि व्यापारियों के जटिल नेटवर्क का भी पर्दाफाश हुआ। टेंट हाउस, कैटरिंग, इवेंट प्लानिंग और होटल व्यवसायियों के बीच मिलीभगत की पुष्टि हुई है। (Jaipur Income Tax Raid ) जयपुर के प्रमुख नामों जैसे तालुका टेंट हाउस, जय ओबराय कैटर्स, मेपसोर, भावना चारण, और आनंद खंडेलवाल के ठिकानों पर सर्च के दौरान इनकम टैक्स विभाग ने ऐसा डेटा हासिल किया, जिसने काले धन और डिजिटल लेन-देन से जुड़े कई सवाल खड़े कर दिए।
इस छापेमारी में रिसॉर्ट्स, वेडिंग प्लानर, फ्लोरिस्ट और होटल मालिकों का जटिल नेटवर्क उजागर हुआ है, जो बड़े आयोजनों में काली कमाई को सफेद करने का खेल खेल रहे थे। यह ऑपरेशन सिर्फ जयपुर ही नहीं, बल्कि राजस्थान के कारोबारी ढांचे में छुपे काले खेल की एक झलक पेश करता है।
लग्जरी शादियों में टैक्स चोरी का बड़ा खुलासा
आयकर विभाग की जांच में सामने आया कि लग्जरी शादियों और डेस्टिनेशन वेडिंग में सेवाएं देने वाली कंपनियां जीएसटी और आयकर की भारी चोरी कर रही थीं। इन कंपनियों ने सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। इसी कारण गुरुवार सुबह 7:30 बजे से 22 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की गई। सभी स्थानों पर टैक्स चोरी के सबूत मिले, जिससे यह पुष्टि हुई कि ये कंपनियां संगठित तरीके से काले धन को सफेद कर रही थीं।
16 ठिकानों पर कार्रवाई पूरी, कई बड़े नाम निशाने पर
रविवार तक 16 स्थानों पर आयकर छापेमारी खत्म हो चुकी है। इनमें तालुका टेंट हाउस के संचालक राजकुमार तालुका, मेपसोर एक्सपेरिएंटल वेडिंग के मुकेश, अखिलेश और प्रितेश शर्मा, और इंडियन वेडिंग प्लानर के आनंद खंडेलवाल के ठिकाने शामिल हैं। इन व्यापारियों के पास से कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो टैक्स चोरी और फर्जी बिलिंग का पर्दाफाश करते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी खाता..राजस्थान में पहली बार बड़ा खुलासा
आयकर छापेमारी में एक क्रिप्टोकरेंसी खाता भी पकड़ में आया है। यह राजस्थान में पहली बार है, जब आयकर अधिकारियों ने किसी करदाता का डिजिटल करेंसी खाता फ्रीज करने की कार्रवाई की। संबंधित करदाता ने खाते का पासवर्ड देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद अधिकारियों ने क्रिप्टो एजेंसी को इसे फ्रीज करने का आदेश दिया।
कैश और गहनों का बेशकीमती जखीरा
इस छापेमारी में 9.65 करोड़ रुपए कैश और 12.61 किलो सोने-चांदी के गहने जब्त किए गए हैं। इनकी कुल कीमत 10.25 करोड़ रुपए आंकी गई है। इन संपत्तियों को वैध आय में नहीं दिखाया गया था, जो आयकर चोरी का सीधा सबूत है।
गुप्त समझौतों... मनमानी वसूली का भंडाफोड़
जांच में यह भी सामने आया कि वेडिंग प्लानर्स, इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां, कैटरर्स, होटल संचालक और फ्लोरिस्ट आपस में गुप्त समझौते कर ग्राहकों से मनमाने दाम वसूल रहे थे। सेवाओं का वास्तविक मूल्यांकन कम दिखाकर केवल 25% बिलिंग की जाती थी, जबकि शेष भुगतान नकद में लिया जाता था। इस नकदी को खपाने के लिए फर्जी खातों और चैनलों का इस्तेमाल किया जाता था।
फर्जी बिलिंग से सरकार को नुकसान
ये व्यापारी सेवाओं की बिलिंग कम दिखाकर सरकार को जीएसटी और आयकर की चपत लगा रहे थे। नकद लेन-देन और फर्जी खातों के इस्तेमाल ने इनकी साजिश को और गहरा बना दिया। यह कार्रवाई राजस्थान में टैक्स चोरी के सबसे संगठित मामलों में से एक है।
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