Rajasthan: शिकारी के ठाठ...दो मंजिला कोठी...थार गाड़ी ! हिस्ट्रीशीटर कैसे बना शिकार गैंग का सरगना?
Rajasthan Crime News Tonk: राजस्थान के चौमूं के सबलपुरा गांव में कुछ दिन पहले नीलगायों के शिकार का मामला आया था। (Rajasthan Crime News Tonk) इस मामले में अब पुलिस टोंक सदर थाना इलाके के हिस्ट्रीशीटर किशन बावरिया की तलाश कर रही है। पुलिस के मुताबिक नीलगाय शिकार मामले में पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में किशन का नाम सामने आया, वही शिकार गैंग का सरगना बताया जा रहा है।
नीलगाय शिकार मामले में किशन की तलाश
राजस्थान के चौमूं के सबलपुरा गांव में पांच नीलगायों के शिकार का मामला सामने आया था। उस वक्त ग्रामीणों ने एक शिकारी को दबोच लिया। जिससे पुलिस ने पूछताछ की तो टोंक के सदर थाना इलाक़े के किशन बावरिया का नाम सामने आया। पकड़े गए शिकारी के मुताबिक किशन बावरिया ही शिकार गैंग का मुख्य सरगना है। इस खुलासे के बाद अब टोंक पुलिस भी किशन की तलाश में जुटी है।
शिकार गैंग के सरगना के रईसों जैसे ठाठ!
नीलगाय शिकार मामले में किशन बावरिया की तलाश जारी है, इस बीच राजस्थान फ़र्स्ट ने जब इस मामले में पड़ताल की तो सामने आया कि किशन बावरिया काफी ऐश ओ आराम की जिंदगी बसर कर रहा है। किशन का चंदलाई-अल्लापुरा रोड पर दो मंजिला आलीशान मकान है। सोशल मीड़िया अकाउंट पर उसने मकान और थार गाड़ी की फोटो भी डाल रखी हैं। इस दो मंजिला मकान में किशन अपनी पत्नी के साथ रहता है, बाकी परिवार के लोग अलग मकान में रहते हैं।
कालाडेरा, टोंक पुलिस कर रही तलाश
टोंक SP विकास सांगवान का कहना है कि चौमूं के नीलगाय शिकार मामले में कालाडेरा और टोंक सदर पुलिस मिलकर किशन की तलाश कर रही है। आरोपियों ने चौमूं के पास कालाडेरा के सबलपुरा में 8 जनवरी की रात पांच नीलगायों का शिकार किया था। ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने गैंग को घेर लिया। इस दौरान गैंग का एक बदमाश विकास ग्रामीणों की पकड़ में आ गया। जिसने पूछताछ में किशन बावरिया के गैंग का सरगना होने का खुलासा किया, तभी से किशन की तलाश की जा रही है।
कैसे बना शिकार गैंग का सरगना?
टोंक सदर थानाधिकारी बृजमोहन कविया का कहना है कि किशन के खिलाफ थाने में कई मामले दर्ज हैं। इनमें गौ अधिनियम के साथ आर्म्स एक्ट के मामले भी हैं, पुलिस उसकी हिस्ट्रीशीट खोल रही है। इस बीच यह भी सामने आया है कि पहले किशन सामान्य शिकारी था, अब वह नीलगाय का शिकार कर टोंक शहर से बाहर भी सप्लाई भेजता है। किशन ने अब शिकार के लिए पूरी गैंग बना ली है और वह खुद उस गैंग का सरगना है।
यह भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें:
.