टोंक में दरिंदों का कहर! दलित नाबालिग को घर के बाहर से उठाकर बनाई हवस का शिकार
Tonk Crime News: टोंक जिले के पचेवर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दलित किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) का मामला सामने आया है। यह घटना 28 फरवरी की रात को हुई। आरोपियों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसके हाथ-पैर बांधकर उसे सड़क किनारे फेंक दिया और भाग गए। पीड़िता को रात में बेहोश अवस्था में सड़क किनारे पड़ा हुआ पाया गया। (Tonk Crime News)पुलिस ने इस मामले में चार युवकों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। आरोप है कि पीड़िता की पड़ोसी महिला ने भी आरोपियों की मदद की थी। पुलिस के अनुसार, एक आरोपी पीड़िता के गांव का है, जबकि अन्य तीन आरोपी कुराड़ गांव के रहने वाले हैं।
चार आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
मालपुरा डीएसपी आशीष प्रजापत ने बताया कि पीड़िता ने चार लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज कराई है। इनमें से एक आरोपी पीड़िता के गांव का है, जबकि अन्य तीन कुराड़ गांव के रहने वाले हैं। पड़ोस की एक महिला पर भी आरोप लगाया गया है कि उसने आरोपियों की मदद की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 28 फरवरी की रात करीब 12 बजे वह लघुशंका के लिए घर से बाहर निकली थी। तभी तीन-चार लड़कों ने उसका मुंह बंद करके उसका अपहरण कर लिया।
आरोपियों ने पड़ोसी के घर के पीछे किया दुष्कर्म
आरोपियों ने पीड़िता को अपहरण करके पड़ोसी के घर के पीछे बने बाड़े में ले गए। वहां पर उन्होंने किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जब पीड़िता ने चिल्लाना शुरू किया, तो पड़ोसी महिला बाहर आई, लेकिन उसने इस घटना को अनदेखा कर दिया और घर के अंदर चली गई। इससे आरोपियों के हौसले बढ़ गए और उन्होंने किशोरी के हाथ-पैर और मुंह बांधकर उसे घर के पास सड़क किनारे फेंक दिया। पीड़िता को बाद में बेहोश अवस्था में पाया गया।
पुलिस ने शुरू की जांच...
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसके बयान को दर्ज किया गया है। पुलिस ने चारों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही, पड़ोसी महिला से भी पूछताछ की जा रही है, जिस पर आरोपियों की मदद करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले में तेजी से कार्रवाई की जाएगी।
गांव में मचा हड़कंप, लोगों में रोष
इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में त्वरित न्याय मिलना चाहिए ताकि दोषियों को सबक सिखाया जा सके। इस घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा और दलित समुदाय के प्रति होने वाले अत्याचारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर दबाव बढ़ गया है कि वह पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए तेजी से कार्रवाई करे।
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