Rajasthan: देव उठनी एकादशी आज...राजस्थान में शादियों की धूम...बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर सजी खाटू नगरी
Dev uthani ekadashi 2024: आज देवउठनी एकादशी से राजस्थान में भी मांगलिक कार्य शुरु हो गए हैं। (Dev uthani ekadashi 2024) देवउठनी एकादशी पर अबूझ सावा होता है, जिसकी वजह से आज राजस्थान में शादियों की धूम बनी हुई है। देवउठनी एकादशी को देव प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, क्योंकि मान्यता है कि आज भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। ऐसे में इस मौके पर भगवान विष्णु की पूजा भी की जाती है।
देवउठनी एकादशी पर कब करें पूजा ?
आज देवउठनी एकादशी है। पंडितों के मुताबिक एकादशी तिथि 11 नवंबर शाम 6 बजकर 46 मिनट पर शुरु हुई, जो आज 12 नवंबर को शाम 4 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। हालांकि एकादशी का पारण 13 सितंबर को सुबह 6.42 बजे से 8.51 बजे तक होगा। देव उठनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा शाम 4 बजे तक की जाएगी। देवउठनी एकादशी पर तुलसीजी और सालिग्राम का विवाह कराने की भी परंपरा है। राजस्थान में आज तुलसीजी-सालिग्राम विवाह के कई आयोजन हैं।
देवउठनी एकादशी पर शादियों की धूम
राजस्थान में देवउठनी एकादशी पर आज शादियों की भारी धूम है। अबूझ सावा होने की वजह से प्रदेश के शहर-गांवों तक शहनाइयों की गूंज सुनाई दे रही हैं। जिसकी वजह से एक दिन पहले तक मार्केट में जबरदस्त भीड़ रही। लोगों ने शादी समारोहों के लिए खरीददारी की। इधर, राजस्थान में देवउठनी एकादशी के अबूझ सावे पर बाल विवाह की आशंका भी रहती है। जिसे देखते हुए राजस्थान पुलिस ने ऑपरेशन लाडली शुरू किया है। जिससे प्रदेश में बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम हो सके।
बाबा खाटू श्याम का जन्मोत्सव भी आज
देवउठनी एकादशी पर ही बाबा खाटूश्याम का जन्मोत्सव भी मनाया जा रहा है। इसके लिए सीकर की खाटू नगरी में मंदिर मार्ग को भव्य तरीके से सजाया गया है। बाबा श्याम का अद्भुत श्रृंगार किया गया है। देर रात से ही आतिशबाजी का दौर भी चल रहा है। मंदिर को भी आकर्षक तरीके से सजाया गया है। यहां सोमवार रात से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है, आज देवउठनी एकादशी पर शाम तक लाखों भक्त बाबा श्याम के दर्शन करेंगे।
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