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Ekadashi In October 2024: अक्टूबर में मनाई जाएगी दो एकादशी, जानें तिथि, अनुष्ठान और महत्व

Ekadashi In October 2024: भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए एकादशी सबसे पवित्र दिनों में से एक है। इस दिन का हिंदुओं में बहुत बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। सभी वैष्णव इस दिन कठोर उपवास रखते हैं और...
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Ekadashi In October 2024: भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए एकादशी सबसे पवित्र दिनों में से एक है। इस दिन का हिंदुओं में बहुत बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। सभी वैष्णव इस दिन कठोर उपवास रखते हैं और अगले दिन (द्वादशी तिथि) को तोड़ते हैं। एकादशी (Ekadashi In October 2024) महीने में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में पड़ती है। आज हम अक्टूबर महीने में पड़ने वाली एकादशी के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं विस्तार से:

अक्टूबर 2024 में लोग दो महत्वपूर्ण एकादशी (Ekadashi In October 2024) मनाएंगे। पहले 13-14 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी और 27-28 अक्टूबर को रमा एकादशी। भगवान विष्णु को समर्पित इन दिनों में व्रत, प्रार्थना और विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं। माना जाता है कि इनसे भक्तों को शांति, खुशी और पापों से मुक्ति मिलती है।

Ekadashi In October 2024कब है पापांकुशा एकादशी?

पापांकुशा एकादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू व्रत है जो अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष के 11वें दिन पड़ता है। भक्त अपने पापों की क्षमा मांगने और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति पाने के लिए इस दिन व्रत रखते हैं। इस एकादशी पर भगवान विष्णु, विशेष रूप से उनके पद्मनाभ रूप की पूजा की जाती है। माना जाता है कि पापांकुशा एकादशी का पालन करने से व्यक्ति की आत्मा पिछले गलत कामों से शुद्ध होती है, शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक प्रगति सुनिश्चित होती है। ऐसा भी कहा जाता है कि यह धार्मिक जीवन के लिए भगवान विष्णु से सुरक्षा और आशीर्वाद भी दिलाता है। इस वर्ष पापांकुशा एकादशी रविवार, अक्टूबर 13 को मनाई जाएगी। व्रत के बाद पारण 14 अक्टूबर को दोपहर 01:26 से 03:38 मिनट तक है।

एकादशी तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 13, 2024 को 10:38 बजे
एकादशी तिथि समाप्त - अक्टूबर 14, 2024 को 08:11 बजे

Ekadashi In October 2024कब है रमा एकादशी?

रमा एकादशी हिंदू महीने कार्तिक में कृष्ण पक्ष के 11वें दिन मनाई जाती है। भक्त इस दिन भगवान विष्णु का सम्मान करने और आध्यात्मिक मुक्ति और पापों की क्षमा के लिए उनका आशीर्वाद लेने के लिए उपवास करते हैं। ऐसा माना जाता है कि रमा एकादशी को भक्ति के साथ मनाने से व्यक्ति की आत्मा को पिछले पापों से मुक्ति मिलती है और एक समृद्ध और शांतिपूर्ण जीवन मिलता है। यह व्रत सांसारिक मोह-माया से उबरने में भी मदद करता है, जिससे मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति मिलती है। ब्रह्मांड के रक्षक भगवान विष्णु उन लोगों को सुरक्षा और दिव्य कृपा प्रदान करते हैं जो इस एकादशी को विश्वास के साथ मनाते हैं। रमा एकादशी सोमवार, 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी। पारण अथवा व्रत तोड़ने का 29 अक्टूबर को सुबह 06:15 से 08:34 के बीच है।

एकादशी तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 27, 2024 को 06:53 बजे
एकादशी तिथि समाप्त - अक्टूबर 28, 2024 को 09:20 बजे

एकादशी पूजा अनुष्ठान

- सुबह जल्दी उठें और स्नान करें।
- घर और पूजा कक्ष को साफ करें।
- एक लकड़ी का तख्ता लें और उस पर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी (श्री यंत्र) की मूर्ति रखें।
- मूर्ति के सामने एक दीया जलाएं और पंचामृत और तुलसी पत्र चढ़ाएं।
- कुछ लोग भगवान विष्णु, भगवान कृष्ण और लड्डू गोपाल जी की मूर्ति को स्नान कराते हैं।
- उन्हें फूलों और मालाओं से सजाएं।
- मूर्ति का आह्वान करने के लिए मंत्रों का जाप करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- आप व्रत के लिए सुझाए गए सात्विक भोजन को केवल एक बार ही खा सकते हैं।
- अगले दिन, पारण के समय, भक्त भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद अपना व्रत तोड़ सकते हैं।

मंत्र- ओम नमो भजगवते वासुदेवाय..!!
- हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे..!!

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