Hindu Priest Arrested: इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता का दावा, बांग्लादेश में एक और हिंदू पुजारी को किया गया गिरफ्तार
Hindu Priest Arrested: चटगांव में गिरफ्तार हिंदू पुजारी श्री श्याम दास प्रभु के मामले में बांग्लादेश और भारत में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच, शुक्रवार को ISKCON कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने दावा किया कि एक और ब्रह्मचारी श्री श्याम दास प्रभु को बांग्लादेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
राधारमण, जो ISKCON कोलकाता के उपाध्यक्ष भी हैं, उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर लिखा, "आज चटगांव पुलिस ने एक और ब्रह्मचारी श्री श्याम दास प्रभु को गिरफ्तार किया।" श्याम दास प्रभु की तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने कहा, "क्या ये किसी आतंकी जैसे दिखते हैं? #FreeISKCONMonks बांग्लादेश। निर्दोष #ISKCON ब्रह्मचारियों की गिरफ्तारी बेहद चौंकाने वाली और दुखद है।"
Another Brahmachari Sri Shyam Das Prabhu was arrested by Chattogram Police today. #ISKCON #Bangladesh#SaveBangladeshiHindus pic.twitter.com/DTpytXRQeP
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 29, 2024
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति
गौरतलब है कि पूर्व ISKCON सदस्य चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और मंगलवार को चटगांव की एक अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया। भारत ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर "गहरी चिंता" व्यक्त की है और बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
शेख हसीना की सरकार गिरने का प्रभाव
बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू, जो देश की 17 करोड़ की आबादी में केवल 8% हैं, शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के 5 अगस्त को गिरने के बाद से 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना कर चुके हैं। इसी बीच, भारत में हिंदू संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने ढाका में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा की निंदा करते हुए इसे "चिंताजनक" बताया।
संघ ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर "मूक दर्शक" बने रहने का आरोप लगाया और चिन्मय दास की गिरफ्तारी को "अनुचित" करार देते हुए उनकी तुरंत रिहाई की मांग की। संघ ने भारत सरकार से भी आग्रह किया कि वह हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखे।
बांग्लादेश का जवाब
वहीं, बांग्लादेश ने आश्वासन दिया कि देश में हिंदू "सुरक्षित" हैं और अल्पसंख्यकों को कोई खतरा नहीं है।मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल इस्लाम ने भी कहा कि सरकार इस बात को सुनिश्चित करेगी कि चिन्मय दास को निष्पक्ष सुनवाई मिले।
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