PM Modi US Visit: पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन को चांदी की मॉडल ट्रेन और फर्स्ट लेडी को की पश्मीना शॉल भेंट
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे के पहले दिन क्वाड नेताओं की बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक चांदी का एंटीक ट्रेन मॉडल भेंट किया। इसके अलावा, उन्होंने फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को एक पश्मीना शॉल भी प्रदान की। ये उपहार दोनों देशों के बीच मजबूत राजनयिक संबंधों का प्रतीक हैं, जिन्हें संयुक्त बयान में "21वीं सदी की परिभाषित साझेदारी" कहा गया है।
चांदी के ट्रेन की खासियत
चांदी का यह एंटीक ट्रेन मॉडल 92.5 प्रतिशत चांदी से बना है, जिसे महाराष्ट्र के कारीगरों द्वारा खास कारीगरी के तहत बनाया गया है। इस अद्वितीय धातु के काम में रेपौसे (पीछे से हथौड़ी मारकर उभरे डिज़ाइन बनाने) और जटिल फाइलिग्री तकनीकों का उपयोग किया गया है। यह मॉडल भारत की कलात्मक धरोहर का प्रतीक है और स्टीम लोकोमोटिव युग को भी श्रद्धांजलि देता है। मॉडल पर "दिल्ली-डेलावेयर" लिखा हुआ है, जो भारत और अमेरिका के बीच के संबंधों को दर्शाता है। यह मॉडल विशेष रूप से क्वाड नेताओं की डेलावेयर में हुई बैठक को दर्शाता है, जो कि राष्ट्रपति जो बाइडेन का गृहनगर है।
कश्मीरी पश्मीना शॉल की खासियत
फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को भेंट की गई पश्मीना शॉल भी विशेष महत्व रखती है। यह जम्मू और कश्मीर की उत्पादित वस्त्रों की सुंदरता को उजागर करती है। पश्मीना शॉल पीढ़ियों से विरासत के रूप में दी जाती है और इसे उपहार के रूप में विशेष महत्व दिया जाता है।
इस शॉल को बनाने के लिए चांगथांग बकरी के सर्दी के कोट 'पश्म' का उपयोग किया जाता है, जिसे हाथ से कंघी कर के और फिर कारीगरों द्वारा पारंपरिक तकनीकों से सूत में तब्दील किया जाता है। शॉल को रंगीन बनाने के लिए क्षेत्र में उपलब्ध प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है।
पश्मीना शॉल पारंपरिक रूप से जम्मू और कश्मीर में बने पेपर माचे के डिब्बों में प्रस्तुत की जाती है। ये डिब्बे न केवल कार्यात्मक होते हैं बल्कि अपने आप में एक कला का नमूना भी होते हैं। इन उपहारों के माध्यम से, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच के संबंधों को और मजबूत करने का प्रयास किया है।
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