Juice Side Effects: इन छह फलों को मिलाकर कभी ना निकालें जूस, हो सकता है जानलेवा
Juice Side Effects: जूस एक ताज़ा पेय है जो फलों, सब्जियों या जड़ी-बूटियों से तरल पदार्थ निकालकर बनाया जाता है। यह आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। संतरा, सेब, या गाजर का ताज़ा निचोड़ा हुआ रस, हाइड्रेशन और पोषक तत्वों के उत्कृष्ट स्रोत हैं। जूस (Juice Side Effects) इम्युनिटी को बढ़ावा दे सकते हैं, पाचन में सुधार कर सकते हैं और इंस्टेंट एनर्जी प्रदान करते हैं।
जूस (Juice Side Effects) बनाना फलों और सब्जियों का आनंद लेने का एक सुविधाजनक तरीका है, लेकिन सभी फलों का संयोजन फायदेमंद नहीं होता है। कुछ फलों को एक साथ मिलाकर जूस बनाने से पाचन संबंधी समस्याएं और शरीर में एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। आज इस आर्टिकल में ऐसे छह फलों के संयोजन दिए गए हैं जिनका एक साथ जूस नहीं निकालना चाहिए।
संतरा और दूध आधारित फल
संतरे और केले जैसे दूध आधारित फलों का जूस (Juice Side Effects) एक साथ नहीं पीना चाहिए। संतरे की अम्लता केले में मौजूद दूध के प्रोटीन को ख़राब कर सकती है, जिससे सूजन और अपच की समस्या हो सकती है। यह संयोजन पेट में भारीपन का कारण भी बन सकता है, खासकर जब खाली पेट पीया जाये।
तरबूज़ और ख़रबूज़ा
तरबूज और खरबूजा हाइड्रेटिंग फल हैं, लेकिन उनके पाचन गुण अलग-अलग हैं। तरबूज जल्दी पच जाता है, जबकि खरबूजा अधिक समय लेता है, जिससे पेट में फेरमेंटशन हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप गैस और असुविधा हो सकती है।
सेब और संतरा
वैसे तो ये दोनों ही फल (Juice Side Effects) बहुत पौष्टिक होते हैं, लेकिन संतरे की एसिडिटी सेब के पाचन में बाधा डाल सकती है। इससे पाचन संबंधी गड़बड़ी हो सकती है, जैसे सूजन या सीने में जलन, खासकर संवेदनशील पेट वाले व्यक्तियों के लिए।
पपीता और नींबू
पपीता, जब नींबू के साथ मिलाया जाता है, तो पेट खराब हो सकता है। पपीते में पपेन और नींबू में साइट्रिक एसिड का संयोजन पेट की परत को परेशान कर सकता है और एसिडिटी या असुविधा का कारण बन सकता है।
अनानास और दूध
अनानास में ब्रोमेलैन नामक एक एंजाइम होता है जो दूध में प्रोटीन के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे दूध फट सकता है। इससे (Juice Side Effects) कुछ व्यक्तियों में पेट में ऐंठन, मतली या यहां तक कि खाद्य एलर्जी भी हो सकती है।
अंगूर और अमरूद
इस संयोजन से बचना सबसे अच्छा है क्योंकि इससे एसिडोसिस और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा हो सकती है। अंगूर एसिडिक होते हैं, जबकि अमरूद फाइबर से भरपूर होता है और उनकी पाचन दर में टकराव होता है, जिससे पाचन प्रक्रिया में असंतुलन पैदा होता है।
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