Accident In Smog: हादसे पर हादसे, प्रदूषण के चलते दिल्ली एनसीआर की सड़कों पर बढ़ी दुर्घटनाएं
Accident In Smog: दिल्ली के घने प्रदूषण के बीच, नोएडा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में मंगलवार सुबह घने धुंध के कारण एक्सप्रेसवे पर एक सड़क हादसा हो गया, जिसमें दो बाइक सवारों की मौत हो गई और करीब तीन दर्जन लोग घायल हो गए। इन इलाकों में स्मॉग के चलते दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिसके कारण ये हादसा हुआ।
धुंध की चादर बन रही हादसे का कारण
समाचार एजेंसी आईएएनएस ने बताया कि, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण एक खराब ट्रक से टकराने के बाद कई वाहनों की आपस में भिड़ंत हो गई। कई कारों में सवार लोग घायल हो गए और उन्हें सैफई मेडिकल कॉलेज तथा शिकोहाबाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे में शिकार व्यक्ति ने बताया, "हम कुछ भी नहीं देख पा रहे थे। हमारी कार दूसरी गाड़ी से टकरा गई और फिर तीन-चार अन्य गाड़ियां हमारी कार से टकरा गईं।"
अन्य हादसे
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कम दृश्यता के कारण एक ट्रक ने दूसरे ट्रक को टक्कर मार दी, जिससे चेन रिएक्शन शुरू हो गया। पानीपत से मथुरा जा रही एक बस खड़े ट्रकों से टकरा गई, जिससे करीब एक दर्जन यात्री घायल हो गए। सभी को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वाहनों को हटाने का काम शुरू किया।
फिरोजाबाद के नसीरपुर के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक पिकअप ट्रक खराब हो जाने के बाद छह वाहन आपस में टकरा गए। घने स्मॉग के कारण ड्राइवर खड़े वाहन को देख नहीं पाए और एसयूवी तथा अन्य कारों की एक श्रृंखला में भिड़ंत हो गई।
बुलंदशहर में, एनएच-34 पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक बाइक को टक्कर मार दी, जिससे मैनपुरी निवासी मनशाराम की मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। वहीं, एक अन्य जानलेवा हादसा बदायूं में हुआ, जहां एक अज्ञात वाहन ने शिक्षक संतोष सिंह की बाइक को टक्कर मार दी, जो मऊ में अपने स्कूल जा रहे थे। इस हादसे में उनकी मौत हो गई। इसी तरह के अन्य घटनाओं में क्षेत्र में दस लोग घायल हो गए।
खतरनाक एयर क्वालिटी
ये हादसे ऐसे समय में हुए हैं जब उत्तर भारत खतरनाक वायु गुणवत्ता से जूझ रहा है। प्रदूषण का स्तर 'गंभीर प्लस' श्रेणी में पहुंच गया है। घने स्मॉग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति पैदा कर दी है। लोग गले में खराश, सिरदर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं रिपोर्ट कर रहे हैं। अधिकारियों ने लोगों से घरों के अंदर रहने और जहरीली हवा के संपर्क को कम करने की अपील की है।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं और इन खतरनाक परिस्थितियों के परिणामस्वरूप उत्पन्न सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
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