Adani Bribery Scam: अमेरिका ने अडानी ग्रुप पर कसा शिकंजा, SEC ने लगाए गंभीर आरोप
Adani Bribery Scam: अमेरिका के न्यूयॉर्क में अभियोजकों ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और सात अन्य व्यक्तियों पर भारतीय सरकारी अधिकारियों को $250 मिलियन से अधिक की रिश्वत देने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए अभियोग दायर किया गया है। यह रिश्वत भारत में बिजली आपूर्ति अनुबंध हासिल करने के लिए दी गई थी।
साथ ही, अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने भी गौतम अडानी, उनके भतीजे और अडानी ग्रीन एनर्जी के वरिष्ठ कार्यकारी सागर अडानी और फ्रांसीसी नागरिक और Azure Power के सीनियर अधिकारी सायरिल सेबेस्टियन डॉमिनिक कैबेन के खिलाफ जुरी ट्रायल और अन्य दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।
अमेरिका की दिलचस्पी क्यों?
इस मामले में अमेरिका की दिलचस्पी का मुख्य कारण इन कंपनियों की अमेरिकी गतिविधियां और अमेरिकी निवेशकों से जुड़ाव है। SEC के अनुसार, अडानी ग्रीन ने 2021 में $750 मिलियन के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी किए थे, जिनमें से $175 मिलियन अमेरिकी निवेशकों से जुड़े थे। Azure Power की बात करें तो इसका स्टॉक न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में सूचीबद्ध था। हालांकि, इसे नवंबर 2023 में डीलिस्ट कर दिया गया।
अमेरिका का Foreign Corrupt Practices Act (FCPA) ऐसे व्यक्तियों और कंपनियों पर लागू होता है जो अमेरिकी बांड या स्टॉक बाजारों में सूचीबद्ध हैं। यह कानून विदेशी सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने को गैरकानूनी ठहराता है।
आरोप क्या हैं?
SEC और अभियोग के अनुसार, अडानी ग्रीन और Azure Power ने 2020 से 2024 के बीच भारतीय राज्य सरकार के अधिकारियों को $250 मिलियन से अधिक की रिश्वत देने का समझौता किया, ताकि उन्हें लाभकारी सौर ऊर्जा अनुबंध मिल सके।
गौतम अडानी और सागर अडानी पर आरोप:
- अमेरिकी निवेशकों को गलत जानकारी देना।
- सीधे तौर पर रिश्वत के लेन-देन में शामिल होना।
- इन अनुबंधों को प्राप्त करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाना।
Azure Power और उसके प्रतिनिधियों पर आरोप:
- रिश्वत की योजना में शामिल होना।
- जांच में बाधा डालने और सबूत मिटाने का प्रयास।
आगे की कार्रवाई
अमेरिकी अभियोजक और SEC ने यह स्पष्ट किया है कि इस मामले में दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माना, निवेश प्रतिबंध और अन्य दंड दिए जा सकते हैं। गौतम अडानी और उनके सहयोगियों को अमेरिकी निवेशकों और बाजार को धोखा देने के गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
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