Ajit Doval Wang Yi Meeting: डोभाल और वांग यी की बीजिंग में द्विपक्षीय बातचीत, सीमा विवाद को सुलझाने पर जोर
Ajit Doval Wang Yi Meeting: बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने बीजिंग में भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों की 23वीं बैठक के दौरान अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की।
यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हाल ही में कज़ान में हुई मुलाकात के बाद लिए गए उस निर्णय के तहत हुई, जिसमें सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने और सीमा विवाद का उचित, तर्कसंगत और दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य समाधान तलाशने पर सहमति बनी थी।
सीमा विवाद पर चर्चा
बैठक के दौरान अजीत डोभाल और वांग यी ने भारत-चीन संबंधों के समग्र दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सीमा विवाद का समाधान तलाशने के लिए उचित और तर्कसंगत ढांचा तैयार करने पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने इस प्रक्रिया में और अधिक सक्रियता लाने का संकल्प लिया।
यह बैठक भारत-चीन के बीच पश्चिमी सेक्टर में 2020 में उत्पन्न तनाव के बाद दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच पहली बातचीत थी।
डेमचोक और देपसांग में डिसएंगेजमेंट की पुष्टि
डोभाल और वांग ने अक्टूबर में डेमचोक और देपसांग में हालिया डिसएंगेजमेंट के सफल क्रियान्वयन की सराहना की, जिससे संबंधित क्षेत्रों में गश्त और चराई की गतिविधियां फिर से शुरू हो सकीं।दोनों नेताओं ने सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सीमा से जुड़े मुद्दे द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य विकास में बाधा नहीं बनने चाहिए।
उन्होंने 2020 की घटनाओं से सीखे गए अनुभवों पर चर्चा की और सीमा पर शांति बनाए रखने और प्रभावी सीमा प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की। इस दिशा में उन्होंने संबंधित कूटनीतिक और सैन्य तंत्रों को निर्देशित और समन्वित करने का निर्णय लिया।
द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा
बैठक में दोनों नेताओं ने आपसी रुचि के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा की पुनः शुरुआत, सीमा-पार नदियों पर डेटा साझा करने और सीमा व्यापार को बढ़ावा देने जैसे विषयों पर सकारात्मक दिशा-निर्देश दिए।
दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भारत-चीन संबंधों का स्थिर, पूर्वानुमानित और सौहार्दपूर्ण होना क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, अजीत डोभाल ने चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से भी मुलाकात की और वांग यी को भारत आने का निमंत्रण दिया ताकि विशेष प्रतिनिधियों की अगली बैठक एक सुविधाजनक तिथि पर आयोजित की जा सके।
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