Bangladesh Voilence: राज्यसभा में बोले एस जयशंकर, 'बेहद कम समय में मांगी भारत आने की मंजूरी'
Bangladesh Voilence: मंगलवार को पीएम आवास पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जहां सभी पार्टी के नेताओं को विदेश मंत्री ने बांग्लादेश (Bangladesh Voilence) के मौजूदा हिंसक हालात के बारे में ब्रीफ किया। वहीं, अब राज्यसभा में भी जयशंकर ने बताया है कि वे बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
राज्यसभा को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा, "पिछले 24 घंटों में, हम ढाका में अधिकारियों के साथ भी लगातार संपर्क में हैं। अभी यही स्थिति है। मैं एक महत्वपूर्ण पड़ोसी के बारे में संवेदनशील मुद्दों के संबंध में सदन की समझ और समर्थन की अपेक्षा करता हूं, जिस पर हमेशा एक मजबूत राष्ट्रीय सहमति रही है।" जयशंकर ने यह भी कहा कि सरकार पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों के संबंध में स्थिति की निगरानी कर रही है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हसीना के बाहर निकलने के बाद हुई हिंसा में हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई।
'शेख हसीना को सत्ता से हटाना था एजेंडा'
उन्होंने अपने बयान में कहा, "उनकी सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समूहों और संगठनों द्वारा पहल की खबरें हैं। हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन स्वाभाविक रूप से कानून और व्यवस्था बहाल होने तक हम गहराई से चिंतित रहेंगे। हमारे सीमा सुरक्षा बलों को भी इस जटिल स्थिति को देखते हुए असाधारण रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।" मंगलवार को ढाका में हुए घटनाक्रम के बारे में बताते हुए, जिसके कारण शेख हसीना देश छोड़कर भारत पहुंचीं, उसके बारे में मंत्री ने कहा, "5 अगस्त को कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शनकारी ढाका में एकत्र हुए। हमारी समझ यह है कि सुरक्षा प्रतिष्ठान के नेताओं के साथ बैठक के बाद, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्पष्ट रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया।" इतना ही नहीं जयशंकर ने यह भी कहा कि उपद्रवियों का एकमात्र मकसद शेख हसीना को सत्ता से हटाना था, जिसके कारण उन्होंने कर्फ्यू के बावजूद सड़कों पर उतरकर हिंसा की।
'कम समय में भारत आने की मांगी मंजूरी'
जयशंकर ने कहा, "बहुत कम समय में, उन्होंने (शेख हसीना) ने भारत आने के लिए मंजूरी मांगी। हमें बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान की मंजूरी के लिए एक अनुरोध भी मिला। वह कल शाम दिल्ली पहुंचीं।" सदन को दिए अपने बयान में, जयशंकर ने जोर देकर कहा कि सरकार राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निकट और निरंतर संपर्क में है। "वहां अनुमानित 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से लगभग 9,000 छात्र हैं। उच्चायोग की सलाह पर जुलाई के महीने में अधिकांश छात्र पहले ही भारत लौट चुके हैं।" "हमारी राजनयिक उपस्थिति के संदर्भ में, ढाका में उच्चायोग के अलावा, चटगाँव, राजशाही, खुलना और सिलहट में हमारे सहायक उच्चायोग हैं। उन्होंने कहा, "हमारी उम्मीद है कि मेजबान सरकार इन प्रतिष्ठानों को आवश्यक सुरक्षा प्रदान करेगी। हम स्थिति स्थिर होने के बाद उनके सामान्य कामकाज की उम्मीद करते हैं।"
फिलहाल भारत में ही रहेंगी शेख हसीना
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में शरण लेने की बात पर, सूत्रों का कहना है कि वे अभी कुछ दिन और भारत में ही रहेंगी। इस दौरान वह हिंडन एयरबेस में ही रहेंगी। वहां के गेस्ट हाउस में उनके रहने की व्यवस्था की गई है। आपको बता दें, कि शेख हसीना के साथ ही उनके कुछ रिश्तेदार भी बांग्लादेश छोड़कर साथ आ गए थे, जो अब वो लंदन के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं, शेख हसीना अबतक ये तय नहीं कर सकी हैं कि उन्हें कहां जाना चाहिए।
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