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CBI on Polygraphy Test: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने किया जांच को भ्रमित, पॉलिग्राफी टेस्ट में खुलासा

CBI on Polygraphy Test: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अभिजीत मंडल के खिलाफ नई जानकारी का खुलासा किया है, जो कि ट्रेनी डॉक्टर के...
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CBI on Polygraphy Test: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अभिजीत मंडल के खिलाफ नई जानकारी का खुलासा किया है, जो कि ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में उनकी संलिप्तता को लेकर है। सीबीआई के अनुसार, संदीप घोष के पॉलीग्राफ टेस्ट और लेयर्ड वॉयस एनालिसिस के परिणाम भ्रामक पाए गए हैं, जो मामले में उनकी भूमिका को संदिग्ध बनाते हैं।

संदीप घोष का पॉलीग्राफी टेस्ट रिजल्ट

9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर की बलात्कार और हत्या की जांच के दौरान, सीबीआई ने खुलासा किया कि घोष को सुबह 9.58 बजे इस अपराध की सूचना मिली थी। हालांकि, घोष ने तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई। इसके बजाय, उन्होंने एक अस्पष्ट शिकायत प्रस्तुत की और आत्महत्या के एक नए सिद्धांत को सामने रखा, जिसे सीबीआई के अधिकारियों ने अस्वीकार कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि पीड़िता के शरीर पर पाए गए बाहरी चोटों के मद्देनजर आत्महत्या का सिद्धांत संभव नहीं है।

घोष ने बयान में क्या कहा?

घोष के अनुसार, उन्होंने सुबह 10.03 बजे पुलिस अधिकारी अभिजीत मंडल से संपर्क किया। लेकिन मंडल ने घटना की जानकारी मिलने के बावजूद तुरंत कार्रवाई नहीं की। एफआईआर केवल सुबह 11.30 बजे दर्ज की गई, जो जांच में देरी का कारण बनी। मंडल की गिरफ्तारी के बाद, सीबीआई ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपराध स्थल पर पहुंचने में देर की और सबूतों की सुरक्षा में विफल रहे, जिससे महत्वपूर्ण सबूतों को नुकसान पहुंचा।

सामान्य डायरी प्रविष्टि 542 में यह उल्लेख किया गया है कि पीजी प्रशिक्षु का शव अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन सेमिनार रूम में "बेहोशी की हालत" में पाया गया था, जबकि पहले से ही एक डॉक्टर ने शव की जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया था। सीबीआई का आरोप है कि इस डायरी प्रविष्टि में जानबूझकर गलत विवरण दर्ज किया गया, जो अस्पताल के अधिकारियों और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ साजिश का हिस्सा हो सकता है।

संजय रॉय की गिरफ्तारी

पुलिस स्वयंसेवक संजय रॉय को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जिसमें उसे सुबह 4.03 बजे हत्या के स्थान पर प्रवेश करते हुए देखा गया था। नई दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की रिपोर्ट में संजय रॉय के बयान को "भ्रामक" बताया गया है।

संदीप घोष और अभिजीत मंडल को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। घोष पहले से ही वित्तीय अनियमितताओं के मामले में सीबीआई की हिरासत में थे। इस मामले की गहराई से जांच जारी है और सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया पर निगरानी रखी जा रही है।

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