Insects in Tirupati Prasad: लड्डू विवाद के बाद अब तिरुपति प्रसाद में मिला कीड़ा, मंदिर प्रशासन ने दिया ये जवाब
Insects in Tirupati Prasad: तिरुपति के भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा प्रसाद (मंदिर का भोग) में कीड़ों के पाए जाने के आरोपों को तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने खारिज कर दिया है। यह घटना बुधवार को दोपहर 1:30 बजे हुई, जब मंदिर में भोजन परोसा जा रहा था। एक श्रद्धालु चंदू, जो वारंगल से आए थे, उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी दही-चावल में एक मिलिपीड पाया।
मंदिर प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
चंदू ने बताया, "जब मैंने इस मुद्दे को कर्मचारियों के साथ उठाया, तो उनकी प्रतिक्रिया बेहद लापरवाह थी। उन्होंने कहा, ऐसा कभी-कभी होता है।" चंदू ने इस घटना का फोटो और वीडियो बनाकर उसे डोक्यूमेंट कर लिया। इसके बाद मंदिर के अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया, लेकिन पहले उनकी गंभीरता को नकारा और फिर उन्हें धमकाने की कोशिश की। चंदू के अनुसार, अधिकारियों ने दावा किया कि कीड़ा उस पत्ते से आया था जिस पर भोजन परोसा गया था। चंदू ने कहा, "यह लापरवाही अस्वीकार्य है। अगर बच्चों या अन्य लोगों ने संक्रमित भोजन का सेवन किया, तो संभावित फूड पॉइज़निंग के लिए कौन जिम्मेदार होगा?"
टीटीडी ने क्या कहा?
TTD ने इन आरोपों को "बेतुका और गलत" बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रसाद मंदिर में प्रतिदिन ताजा तैयार किया जाता है और हजारों लोगों के लिए इसे परोसा जाता है, और यह असंभव है कि कोई कीड़ा बिना देखे भोजन में गिर जाए। TTD ने कहा, "TTD गर्म अन्न प्रसाद हजारों श्रद्धालुओं के लिए तैयार करता है जो श्रीवारी दर्शन के लिए आते हैं। यह एक अविश्वसनीय दावा है कि मिलिपीड बिना देखे भोजन में गिर सकता है।"
TTD ने यह भी कहा कि प्रसाद के खिलाफ की गईं टिप्पणियाँ श्रद्धालुओं को भगवान वेंकटेश्वर में विश्वास से भटकाने और संस्था की बदनामी का एक प्रयास हो सकती हैं। यह घटना तब सामने आई है जब पहले से ही प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होने का आरोप है और इसकी जांच चल रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई द्वारा एक विशेष जांच टीम इस मामले की जांच कर रही है।
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