• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

देश में तीसरी बार लोकसभा स्पीकर के लिए वोटिंग: ओम बिरला होंगे NDA के प्रत्याशी...विपक्ष ने के. सुरेश को उतारा

18th LokSabha Speaker: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन लोकसभा स्पीकर को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला जहां आपसी सहमति नहीं बनने के बाद एनडीए की ओर से कोटा सांसद ओम बिरला को...
featured-img

18th LokSabha Speaker: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन लोकसभा स्पीकर को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला जहां आपसी सहमति नहीं बनने के बाद एनडीए की ओर से कोटा सांसद ओम बिरला को दूसरी बार स्पीकर पद के लिए मैदान में उतारा गया है. बता दें कि विपक्ष से सहमति नहीं बनने के बाद देश में तीसरी बार लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव होने जा रहा है जहां बुधवार को 11 बजे लोकसभा में वोटिंग होगी। इधर विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए बिरला के खिलाफ नामांकन दाखिल किया है।

स्पीकर के लिए विपक्ष के नामांकन से पहले राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के पास स्पीकर के समर्थन के लिए राजनाथ सिंह का फोन आया था जहां विपक्ष ने साफ कर दिया था कि हम स्पीकर को समर्थन देंगे लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलना चाहिए पर राजनाथ सिंह ने दोबारा फोन करने की बात कही थी लेकिन उनका कॉल नहीं आया।

बिरला 2019 से 2024 तक रहे हैं स्पीकर

बता दें कि NDA की ओर से ओम बिरला दोबारा स्पीकर पद के कैंडिडेट बनाए गए हैं जहां राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला 2019 से 2024 तक लोकसभा के स्पीकर रहे हैं और अगर एक बार फिर वह जीतते हैं तो भाजपा के पहले ऐसे सांसद होंगे जो लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर की कुर्सी पर बैठेंगे. मालूम हो कि कांग्रेस बलराम जाखड़ 1980 से 1985 और 1985 से 1989 तक लगातार दो बार लोकसभा अध्यक्ष रहे थे.

बिरला राजस्थान की कोटा बूंदी लोकसभा सीट से इस बार लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। ओम बिरला ने अपना तीसरा चुनाव 41773 वोट से जीता। वह लाॅ ग्रेजुएट है। 61 वर्षीय ओम बिरला राजस्थान में कोटा दक्षिण विधानसभा से तीन बार विधायक चुने गए। उसके बाद साल 2014 में पहली लोकसभा चुनाव बिरला ने लड़ा। दूसरा लोकसभा चुनाव 2019 में लड़ा। तीसरा चुनाव हाल ही में 2024 में लड़ा। अब तक बिरला चुनाव नहीं हारे हैं। लगातार वह चुनाव जीते।

साल 2003 में तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के वक्त बिरला संसदीय सचिव भी रहे हैं। अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बिरला रहे हैं। ओम बिरला पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के काफी करीबी माने जाते हैं।

8 बार के सांसद हैं के सुरेश

वहीं कांग्रेस के के. सुरेश 8 बार के सांसद हैं जहां वह 1989 से लगातार सांसद चुने जा रहे हैं. सुरेश केरल की मावेलिक्कारा सीट से कांग्रेस सांसद हैं और इससे पहले केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. इससे पहले सबसे अनुभवी सांसद होने के कारण ही उन्हें प्रोटेम स्पीकर नहीं चुने जाने पर विपक्ष ने विरोध दर्ज करवाया था. के सुरेश 1989 में पहली बार सांसद चुनकर लोकसभा पहुंचे थे और मनमोहन सरकार में अक्टूबर 2012 से 2014 तक केंद्र में मंत्री भी रहे.

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो