Punjab Drug Peddler: केजरीवाल का बड़ा ऐलान, बोले – "पंजाब को नशा मुक्त करके रहेंगे"
Punjab Drug Peddler: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में नशे के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य को पूरी तरह नशामुक्त किया जाएगा और ड्रग्स बेचने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, "हमारी सरकार ने पंजाब में नशे के खिलाफ बड़ी जंग छेड़ दी है। नशे ने हमारे युवाओं और बच्चों का जीवन बर्बाद कर दिया है। ड्रग्स बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और पंजाब को हमेशा के लिए नशामुक्त बनाया जाएगा।"
पुलिस और प्रशासन की सख्त कार्रवाई
पंजाब पुलिस और प्रशासन ने नशे के कारोबार में शामिल लोगों पर शिकंजा कसते हुए सख्त कदम उठाए हैं। जालंधर जिले के फगवाड़ा तहसील के खानपुर गांव में पुलिस ने ड्रग्स के कारोबार से जुड़े दो अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया।
फिल्लौर के डीएसपी सरवन सिंह ने बताया कि "नशे के कारोबारियों ने दो गांवों में अवैध निर्माण कर रखा था। इनमें से एक कुख्यात तस्कर जसवीर शीरा ने खानपुर गांव में मकान बनाया था, जिसे गिरा दिया गया है। एक अन्य गांव में महिला तस्कर ने भी अवैध रूप से संपत्ति बनाई थी, जिसे ध्वस्त किया जा रहा है। पुलिस का यह स्पष्ट संदेश है कि यदि किसी ने नशे के पैसे से संपत्ति बनाई है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
पहले भी हुई है कार्रवाई
इससे पहले, 24 फरवरी को प्रशासन ने तलवंडी गांव में कुख्यात तस्कर सोनू की अवैध संपत्ति को भी ध्वस्त कर दिया था। जानकारी के अनुसार, सोनू पिछले तीन वर्षों से ड्रग तस्करी में शामिल था और उसके खिलाफ छह एफआईआर दर्ज थीं। AAP के प्रवक्ता के अनुसार, "पंजाब सरकार नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। नशे के सौदागरों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी, जिससे समाज को सुरक्षित रखा जा सके।"
पुनर्वास केंद्रों की व्यवस्था
राज्य सरकार ने नशा मुक्ति को लेकर व्यापक कदम उठाए हैं। सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे रिहैबिलिटेशन और डि-एडिक्शन केंद्रों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। सरकारी आदेश में कहा गया, "पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाने का निर्णय लिया है। यह अभियान आने वाले हफ्तों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से संचालित किया जाएगा। नशे के आदी लोगों को इससे दूर करने के लिए सभी जिला उपायुक्तों (DC) को निर्देश दिए जाते हैं कि वे पर्याप्त संख्या में पुनर्वास केंद्र और नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करें।"
इन केंद्रों में बुप्रेनोर्फिन जैसी दवाएं, टेस्टिंग किट, आवश्यक उपकरण और स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है।
नशे के खिलाफ सरकार का संकल्प
पंजाब सरकार का कहना है कि ड्रग्स की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। पुलिस और प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे नशे के कारोबार में लिप्त लोगों पर कठोरतम कार्रवाई करें और समाज को नशामुक्त बनाने में कोई कसर न छोड़ें।
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