Tirupati Laddu: राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच जगन मोहन रेड्डी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर की यह मांग
Tirupati Laddu: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Y.S. जगन मोहन रेड्डी ने लड्डू विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने एन. चंद्रबाबू नायडू, द्वारा तिरुपति लड्डुओं में मिलावट के बारे में झूठे आरोप लगाने की बात कही है। तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर में लड्डू एक पूजनीय भेंट माने जाते हैं, जिसे लोग देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अपने साथ ले जाते हैं। ऐसे में इनकी पवित्रता पर उठे सवालों ने राजनीतिक और धार्मिक तूफान को जन्म दिया है।
कहां से शुरू हुआ विवाद?
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब नायडू ने अपने सरकार के 100 दिन पूरे होने पर एक राजनीतिक सभा में आरोप लगाया कि लड्डुओं में शुद्ध देशी घी के बजाय जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया है। उन्होंने दावा किया कि रेड्डी के प्रशासन ने लड्डू बनाने में घी की गुणवत्ता को खतरे में डाल दिया है। नायडू ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की CALF प्रयोगशाला द्वारा जारी एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें बताया गया कि तिरुमाला में जुलाई 2024 में आए एक घी टैंकर के नमूनों में एनिमल फैट पाया गया।
जगन मोहन रेड्डी की प्रतिक्रिया
रेड्डी ने स्पष्ट किया कि जिस घी का जिक्र किया गया, उसे तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा गुणवत्ता परीक्षण में असफल रहने पर खारिज कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि मंदिर में उपयोग होने वाली घी के लिए कठोर प्रक्रियाएँ लागू हैं और यदि एक भी नमूना असफल होता है, तो पूरा टैंकर अस्वीकृत कर दिया जाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि NDDB की रिपोर्ट में कई चेतावनियाँ थीं, जो यह दर्शाती हैं कि गायों के आहार के कारण परीक्षण परिणामों में झूठी सकारात्मकता हो सकती है। रेड्डी ने नायडू के आरोपों को राजनीतिक दुष्प्रचार करार दिया और कहा कि यह सिर्फ नायडू के प्रशासन की असफलताओं से ध्यान हटाने का एक प्रयास है।
भक्तों की भावनाएं
तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर, हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और दुनियाभर से लाखों भक्त यहां दर्शन करने आते हैं। ऐसे में प्रसाद में मिलावट की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भक्तों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है और धार्मिक नेताओं ने इस मामले की जांच की मांग की है। रेड्डी ने मोदी से अनुरोध किया कि नायडू को उनके "झूठे आरोपों" के लिए कड़ी सजा दी जाए ताकि भक्तों का विश्वास बहाल किया जा सके।
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