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झांसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जले, एक माचिस की तीली ने भड़काई आग...4 साल से एक्सपायर ऑक्सीजन सिलेंडर

Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड (एसएनसीयू) में शुक्रवार रात एक भीषण हादसा सामने आया जहां कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में भीषण आग लगने से 10...
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Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड (एसएनसीयू) में शुक्रवार रात एक भीषण हादसा सामने आया जहां कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में भीषण आग लगने से 10 नवजातों की मौत हो गई. वहीं आधी रात में वार्ड की खिड़कियां तोड़कर 39 बच्चों का रेसक्यू किया गया. जानकारी के मुताबिक 16 मासूम गंभीर रूप से झुलस गए हैं और मौतों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.

बताया जा रहा है कि हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ जहां ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लगने से सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ. यह भयावह घटना रात करीब साढ़े 10 बजे की है जहां ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगने के बाद तेज धमाका हुआ और इसके बाद आग पूरे वार्ड में फैल गई.

आधी रात में मची अफरातफरी

वहीं हादसा होने के बाद वार्ड ब्वॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र चलाया लेकिन पता चला कि वह 4 साल पहने ही एक्सपायर हो चुका था. हालांकि हादसे को लेकर कई वजहें सामने आ रही है जहां वहां मौजूद कई प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को जोड़ने के लिए माचिस की तीली जलाई थी जिसके बाद पूरे वार्ड में आग भड़क गई.

इधर घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, DM-SP और मंत्री भी पहुंचे और कुछ देर बाद सेना को भी बुलाया गया जहां करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. हालांकि घटना के बाद यूपी के सीएम योगी ने एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई और कमिश्नर-DIG को आग लगने के कारणों को लेकर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा.

वहीं सुबह 5 बजे यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मीडिया से कहा कि इस हादसे की 3 स्तर पर जांच करवाई जाएगी जहां स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के अलावा मजिस्ट्रेट लेवल की जांच करवाएंगे और चूक पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करेंगे.

देखते ही देखते राख में बदला NICU वार्ड!

इस घटना के बाद झांसी के चीफ मेडिकल सुप्रीडेंटेंड ने जानकारी दी कि NICU वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे जहां अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई और वार्ड में आक्सीजन भरे होने के कारण आग पूरे NICU वार्ड में फैल गई.वहीं हादसे के बाद NICU वार्ड खाक में तब्दील हो गया जहां बच्चों को रखने वाली मशीनें जलकर राख हो गई है.

बताया जा रहा है कि अचानक से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लगी और आग बुझाने की कोशिश भी की गई लेकिन वार्ड में ऑक्सीजन लेवल काफी अधिक था. इसके अलावा अस्पताल में आग लगने के बाद लगा सेफ्टी अलार्म भी नहीं बजा और आग बुझाने के लिए जब सिलेंडर देखा गया तो पता चला कि वो भी 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था.

पीड़ितों को सरकारी मुआवजे की घोषणा

वहीं घटना को लेकर सीएम योगी एक्टिव मोड में नजर आए जहां जिला प्रशासन से इस हादसे की 12 घंटे में रिपोर्ट तलब करने के साथ सीएम ने मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल बच्चों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये तत्काल मुआवजा देने का ऐलान कर दिया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मायावती ने इस पूरे हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

अखिलेश यादव बोले- ये घोर लापरवाही

वहीं घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आग का कारण ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर में आग लगना बताया जा रहा है लेकिन ये घटना चिकित्सीय प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही दिखाता है और घटना को लेकर सभी जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री को चुनावी प्रचार छोड़कर प्रदेश की स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए. वहीं मायावती ने कहा कि यह अति-दुखद घटना है और ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी है. हालांकि ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव है फिर भी सरकार को पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करनी चाहिए.

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