Waynad Landslide Update: तेजी से चल रहा है राहत बचाव कार्य, 206 लोग अब भी हैं लापता
Waynad Landslide Update: वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला में तलाशी अभियान शनिवार सुबह से ही जारी है, जिसमें 1,300 से अधिक बचावकर्मी, भारी मशीनरी और एडवांस उपकरण को भूस्खलन (Waynad Landslide Update)में बचे लोगों को खोजने के लिए तैनात किए गए है। इस आपदा में लगभग 200 से अधिक लोगों की जान चली गई है। निजी खोज और बचाव फर्म और स्वयंसेवक इस अभियान में शामिल हो गए हैं, जिसका नेतृत्व सेना, पुलिस और आपातकालीन सेवाएं कर रही हैं।
अबतक लगभग 206 लोगों के लापता होने का संदेह है।
भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र की स्थिती
शुक्रवार को चालीस टीमों ने भूस्खलन प्रभावित इलाकों के छह क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया। अट्टामाला और आरणमाला (पहला क्षेत्र), मुंडक्कई (दूसरा), पुंचिरिमट्टम (तीसरा), वेल्लारीमाला गांव (चौथा), जीवीएचएसएस वेल्लारीमाला (पांचवां) और नदी तट (छठा)। बचावकार्य के लिए सेना, एनडीआरएफ, डीएसजी, तटरक्षक, नौसेना और एमईजी के कर्मियों के साथ-साथ तीन स्थानीय लोग और एक वन विभाग के कर्मचारी शामिल रहे। 40 किलोमीटर लंबी चलियार नदी के किनारे भी तीन-आयामी तलाशी अभियान चल रहा है। नदी के किनारे आठ पुलिस स्टेशन स्थानीय तैराकी विशेषज्ञों के साथ मिलकर नदी में बहकर आए या किनारे पर फंसे शवों को खोजने का काम कर रहे हैं, जबकि पुलिस का एक हेलीकॉप्टर हवाई खोज में मदद कर रहा है।
सेना ने किया ब्रिज का निर्माण
सेना द्वारा निर्मित और गुरुवार को वायनाड प्रशासन को सौंपे गए 190 फुट लंबे बेली ब्रिज ने भारी मशीनरी और एंबुलेंस की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्थायी पुल बनने तक इसका उपयोग जारी रहेगा। प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वायनाड भूस्खलन को राज्य के लिए “अभूतपूर्व पैमाने की त्रासदी” कहा और तत्काल और अनूठी प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस मुद्दे को दिल्ली और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के समक्ष उठाने का वादा किया और इस बात पर जोर दिया कि आपदा का पैमाना विशेष उपचार की मांग करता है।
मरने वालों की संख्या
राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को कहा कि आपदा प्रभावित वायनाड में तलाश और बचाव अभियान अपने अंतिम चरण में है, लेकिन 206 लोग अब भी लापता हैं। विजयन ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि चलियार नदी से बरामद शवों और मानव अंगों की पहचान करने में समस्या आ रही है। उन्होंने कहा, "वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों से अब तक 215 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें 87 महिलाएं, 98 पुरुष और 30 बच्चे शामिल हैं।" इसी के साथ पिनराई ने कहा कि 67 शवों की अभी भी पहचान नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से पंचायतें उनका अंतिम संस्कार करेंगी। इसी के साथ केरल सरकार ने मलबे में फंसे लोगों को ढूंढने और प्रभावित इलाकों की गहराई तक जाने के लिए रडार की मदद लेने की भी बात कही है।
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