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Loksabha Election 2024 Kota : कोटा कलेक्टर को क्यों मंगवानी पड़ीं इतनी टॉर्च कि खत्म हो गया बाजार में स्टॉक ?

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Loksabha Election 2024 Kota Rajsthan : कोटा। राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव का मतदान संपन्न हो चुका है। अब यहां के सियासी योद्धाओं की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है, जो 4 जून को खुलेगी। लेकिन इस बीच लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कोटा में एक दिलचस्प वाकया भी देखने को मिला। कोटा के जिला निर्वाचन अधिकारी को अचानक बाजार से टॉर्च मंगवाने के निर्देश देने पड़े। आखिर इसकी क्या वजह रही...आपको बताते हैं।

लोकसभा चुनाव में टॉर्च की डिमांड

1990 के दशक तक टॉर्च का प्रचलन काफी देखने को मिलता था। लेकिन अब घरों में टॉर्च का मिलना काफी मुश्किल है...क्योंकि इनकी जगह चार्जिंग लाइट्स और बल्व ने ले ली है। इसलिए ज्यादातर घरों से टॉर्च की विदाई हो चुकी है। हालांकि अभी भी कुछ जगह टॉर्च का इस्तेमाल हो रहा है...खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में टॉर्च नजर आ ही जाती है। लेकिन देशभर में कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर हुए कोटा में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में टॉर्च की भारी डिमांड देखी गई।

बिजली बंद होने से प्रभावित हुआ मतदान

दरअसल, कोटा- बूंदी संसदीय क्षेत्र के नगर निगम वाले इलाके में कल यानी 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान हो रहा था, तभी अचानक तेज अंधड़ के बाद बारिश आने लगी। अंधड़ और बारिश की वजह से कई इलाकों में बिजली बंद हो गई। बिजली सप्लाई बंद होने से कई मतदान केंद्रों में भी अंधेरा छा गया। ऐसे में मतदान प्रभावित होता देख इन पोलिंग बूथों के पीठासीन अधिकारियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी।

और बाजार में खत्म हो गया टॉर्च का स्टॉक

पीठासीन अधिकारियों की ओर से बताया कि मतदान केंद्र में उजाला करने के लिए उनकी किट में मोमबत्ती तो है, लेकिन यह ईवीएम को सीलबंद करने के लिए चपड़ी गर्म करने के लिए दी गई है। ऐसे में रोशनी के लिए टॉर्च भेजने के निर्देश दिए गए। इस पर उत्तर नगर निगम के आयुक्त अनुराग भार्गव ने कर्मचारियों को बाजार में भेजा और आनन-फानन में टार्च खरीदवाईं। कर्मचारियों ने दुकान-दुकान जाकर 385 टॉर्च खरीद लीं, लेकिन इससे बाजार से टॉर्च का पूरा स्टॉक खत्म हो गया।

कोटा के कई पोलिंग बूथ पर भेजीं टॉर्च

कोटा उत्तर नगर निगम आयुक्त अनुराग भार्गव ने बताया कि इस तरह की समस्या कभी आई नहीं। इसलिए मतदान दल की किट में टॉर्च की व्यवस्था नहीं थी। लेकिन, परिस्थितियां बदली तो तुरंत टॉर्च खरीदकर 125 टॉर्च दक्षिण विधानसभा को दी गईं। वहीं 80-80 टार्च उत्तर और लाड़पुरा विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथों पर भिजवाई गईं। इसके अलावा 100 टॉर्च रिजर्व में रखी गईं।

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