क्या इस बार हनुमान बेनीवाल का दांव होगा बेकार...जानिए BJP का क्या है प्लान... कब होगा चुनाव?
Khinvsar By-Election :राजस्थान में उपचुनाव का सियासी तापमान बढ़ रहा है, और सभी पार्टियाँ अपने पत्ते खोलने लगी हैं! इस साल के अंत में 7 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं, जिनमें सबसे ज्यादा नजरें RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की खींवसर सीट (Khinvsar By-Election ) पर हैं। बेनीवाल अब नागौर से सांसद बन चुके हैं, जिससे खींवसर में उपचुनाव की आवश्यकता आ गई है। चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन टिकट के लिए होड़ ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। क्या खींवसर की सीट इस बार नई राजनीतिक कहानी लिखेगी?
BJP , कांग्रेस और आरएलपी के बीच सियासी जंग
खींवसर विधानसभा पर भाजपा, कांग्रेस और आरएलपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है। हनुमान बेनीवाल के गढ़ में अब कौन अपना स्थान बनाएगा? क्या बीजेपी और कांग्रेस हनुमान बेनीवाल को उनकी सीट पर शिकस्त दे पाएंगी? आरएलपी का दावेदार कौन होगा, यह भी सांसद हनुमान बेनीवाल के निर्णय पर निर्भर करेगा। जसनाथ महाराज और पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल इस दौड़ में प्रमुख दावेदार हैं।
बीजेपी की रणनीति.. जातिगत समीकरण पर ध्यान
बीजेपी की नजरें खींवसर सीट पर टिकी हुई हैं, क्योंकि पिछली बार उन्होंने मजबूत मुकाबला किया था। इस बार बीजेपी जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए अपने टिकट का चयन करेगी। संभावित दावेदारों में डॉ. ज्योति मिर्धा, रेवंतराम डांगा और डॉ. हापूराम चौधरी शामिल हैं, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान का होगा।
कांग्रेस का भी है सपना..खींवसर की जीत
कांग्रेस इस सीट पर जीतने की आशा लगाए बैठी है, जो लगातार आरएलपी के कब्जे में रही है। पार्टी जातिगत वोटरों को ध्यान में रखते हुए अपने उम्मीदवार का चयन करेगी। प्रमुख दावेदारों में रघुवेंद्र मिर्धा, बिंदु चौधरी और राजेंद्र फिड़ौदा शामिल हैं। अब देखना यह है कि इस त्रिकोणीय मुकाबले में कौन बाजी मारता है, खासकर बीजेपी और आरएलपी के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है।
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