भाजपा की खींवसर बैठकें: क्या चुनाव के खेल में आ रहे हैं नए मोड़?
RajasthanByElections: (यूनुस खान) नागौर। जिले की खींवसर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी किसी भी हालत में इस महत्वपूर्ण सीट को गंवाना नहीं चाहती। इसी रणनीति के तहत भाजपा के मंत्री और प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी लगातार खींवसर में दौरे कर रहे हैं और चुनावी रणनीति पर मंथन कर रहे हैं।(KhimsarByElection)
प्रदेश अध्यक्ष की महत्वपूर्ण बैठक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने हाल ही में खींवसर के लालावास में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठक की। इस बैठक में ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर, मंत्री सुरेश सिंह रावत, विधायक पाबू सिंह राठौड़, प्रभारी राधा मोहनदास, और सह प्रभारी विजया राहटकर भी मौजूद रहे। बैठक की शुरुआत में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने इन नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया।
उपचुनाव पर मंथन
बैठक के दौरान खींवसर उपचुनाव के लिए रणनीति पर गहन मंथन किया गया। पिछले चुनाव में भाजपा की हार के कारणों पर चर्चा की गई और आगामी उपचुनाव के लिए सभी संभावित उम्मीदवारों की समीक्षा की गई।
बैठक के प्रमुख बिंदु
भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, और प्रदेश सहप्रभारी विजया राहटकर ने खींवसर में चार महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इनमें तीन बैठकें लालावास के संकट मोचन मंदिर में और एक बैठक खींवसर फोर्ट में हुई। बैठकें शुरू होने से पहले प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों ने संकट मोचन धाम में पूजा अर्चना की।
गुटबाजी की चर्चा
बैठक के दौरान डॉ. हापूराम चौधरी और पूर्व डीआईजी सवाई सिंह चौधरी की अनुपस्थिति को लेकर कार्यकर्ताओं में बहस हुई। समर्थकों ने इन दोनों को उपचुनाव की टिकट के दावेदार बताया, जबकि भाजपा पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि टिकट की घोषणा चुनाव की घोषणा के बाद की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष का बयान
प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने उपचुनाव की तैयारी को लेकर मीडिया से कहा कि राजस्थान के हर हिस्से में आमजन से मिलकर सरकार की योजनाओं का फीडबैक लिया जा रहा है। उन्होंने खींवसर में किसी भी प्रकार की गुटबाजी होने से इनकार किया और कहा कि पार्टी केवल जीत की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में फिलहाल किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन छोटे-मोटे बदलावों के लिए दरवाजा खुला रखा गया है।
अन्य प्रमुख उपस्थिति
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष राम निवास सांखला, किसान आयोग अध्यक्ष सीआर चौधरी, भाजपा उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा, भाजपा नेता रेवंत राम डांगा, धनजय सिंह, और जगबीर छाबा भी मौजूद रहे।
भविष्य की रणनीति
भाजपा की इस रणनीतिक बैठक और प्रयासों से यह स्पष्ट है कि खींवसर विधानसभा उपचुनाव को लेकर पार्टी ने व्यापक तैयारी की है और किसी भी स्थिति में सीट को गंवाना नहीं चाहती। आगामी चुनावों में भाजपा ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ने की योजना बनाई है, जिससे खींवसर सीट पर पार्टी की स्थिति मजबूत बनी रहे।(RajasthanPolitics)
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