दिल्ली चुनाव में राजस्थानी तड़का! कांग्रेस ने 35 नेताओं को को-ऑर्डिनेटर बनाया...गहलोत-पायलट से दूरी बनाई!
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजस्थान कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने 35 प्रमुख नेताओं को विधानसभा सीटों पर को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। इनमें चार सांसद, नौ विधायक, 11 पूर्व विधायक और छह प्रदेश पदाधिकारी शामिल हैं। इन नेताओं को चुनावी प्रचार और फील्ड मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी गई है, साथ ही पार्टी की रणनीति को लागू करने के लिए हारे हुए विधानसभा और लोकसभा प्रत्याशियों को भी टास्क सौंपे गए हैं। (Delhi Assembly Election 2025:)इन सभी को चुनावी अभियान से संबंधित रोजाना रिपोर्ट पार्टी मुख्यालय में देना होगा, ताकि हर स्तर पर चुनावी स्थिति का सही आकलन किया जा सके और कांग्रेस पार्टी की जीत की रणनीति को मजबूती से आगे बढ़ाया जा सके।
35 नेताओं को को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी
दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर राजस्थान कांग्रेस ने अपनी रणनीति को और मजबूत किया है। पार्टी ने 35 नेताओं को विभिन्न सीटों पर को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी है, जो चुनावी प्रबंधन और प्रचार में अहम भूमिका निभाएंगे। इनमें सांसद, विधायक, पूर्व विधायक और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं।
सांसदों को दी गई महत्वपूर्ण सीटों की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने अपने सांसदों को भी दिल्ली विधानसभा की प्रमुख सीटों पर को-ऑर्डिनेटर के रूप में तैनात किया है। इनमें गंगानगर सांसद कुलदीप इंदौरा को बिजवासन, चूरू सांसद राहुल कस्वां को नजफगढ़, सांसद भजनलाल जाटव और पूर्व मंत्री जाहिदा खान को सीमापुरी, सांसद संजना जाटव और विधायक अशोक चांदना को कस्तूरबा नगर सीट की जिम्मेदारी दी गई है।
विधायकों को भी सीटवार को-ऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया
राजस्थान के 10 विधायकों को दिल्ली विधानसभा की विभिन्न सीटों पर को-ऑर्डिनेटर के रूप में नियुक्त किया गया है। इनमें विधायक अशोक चांदना को कस्तूरबा नगर, रफीक खान को मुस्तफाबाद, अमीन कागजी को सीलमपुर, जाकिर हुसैन गैसावत को बल्लीमारान, मुकेश भाकर और मनीष यादव को नांगलोई जाट, इंद्रा मीणा को शकुर बस्ती, रामनिवास गावड़िया को बुराड़ी, रीटा चौधरी को दिल्ली कैंट, शिखा मील बराला को ग्रेटर कैलाश सीट की जिम्मेदारी दी गई है।
लोकसभा और विधानसभा उम्मीदवारों को जिम्मेदारी
पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार रहे नेताओं को भी दिल्ली चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। जोधपुर से लोकसभा उम्मीदवार रहे करण सिंह उचियारड़ा को मुस्तफाबाद, पूर्व प्रवक्ता और उम्मीदवार अर्चना शर्मा को विश्वास नगर, पाली से लोकसभा उम्मीदवार रहीं संगीता बेनीवाल को आदर्श नगर, लूणकरणसर से उम्मीदवार रहे राजेंद्र मूंड को मुंदका और सांगानेर से उम्मीदवार रहे पुष्पेंद्र भारद्वाज को बदरपुर सीट पर टास्क सौंपा गया है।
पूर्व विधायकों को सीटवार टास्क दिया गया
कांग्रेस ने अपने 11 पूर्व विधायकों को भी दिल्ली विधानसभा की सीटों पर को-ऑर्डिनेटर नियुक्त किया है। इनमें पूर्व मंत्री ममता भूपेश को अंबेडकर नगर, प्रमोद जैन भाया को बल्लीमारान, रामलाल जाट और नसीम अख्तर इंसाफ को मटियामहल, जाहिदा खान को सीमापुरी, अशोक बैरवा को देवली सीट पर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके अलावा चेतन डूडी को छतरपुर, इंद्राज गुर्जर को घोंडा, रमेश खंडेलवाल को शालीमार बाग, गंगासहाय शर्मा को त्रिनगर, प्रशांत बैरवा को मोती नगर और राजकुमार शर्मा को मटियाला सीट का जिम्मा सौंपा गया है।
कांग्रेस पदाधिकारियों की भी चुनावी ड्यूटी
कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी चुनावी प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें प्रदेश महासचिव देशराज मीणा को करावल नगर, प्रदेश सचिव हिम्मत सिंह गुर्जर को करावल नगर, प्रदेश महासचिव महेश शर्मा को आरके पुरम, जियाउर्रहमान को राजौरी गार्डन, प्रदेश सचिव बलराम यादव को तिमारपुर, प्रदेश सचिव फूल सिंह ओला को महरोली और पीसीसी मेंबर बिश्नाराम सिहाग को द्वारका सीट की जिम्मेदारी दी गई है।
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