राजस्थानराजनीतिनेशनलअपराधकाम री बातम्हारी जिंदगीधरम-करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बात

गहलोत की नई जिम्मेदारी से सचिन पायलट का भविष्य क्या होगा? कांग्रेस में उठा नया तूफान

Haryana Assembly Elections2024 : जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जिनकी हाल ही में स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हुआ है, अब एक नई भूमिका में नजर आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर...
08:57 PM Sep 15, 2024 IST | Rajesh Singhal
Haryana Assembly Elections2024 : जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जिनकी हाल ही में स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हुआ है, अब एक नई भूमिका में नजर आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर...

Haryana Assembly Elections2024 : जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जिनकी हाल ही में स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हुआ है, अब एक नई भूमिका में नजर आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर ऑब्जर्वर (Senior Observer) नियुक्त किया है। इसके साथ ही, गहलोत का नाम हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी शामिल है।

हरियाणा में गहलोत की दोहरी भूमिका

अशोक गहलोत को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया है। उन्हें सीनियर ऑब्जर्वर के रूप में चुनाव की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई है। यह भूमिका न केवल चुनाव की प्रक्रिया को सही तरीके से लागू करने में मदद करेगी, बल्कि मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित उम्मीदवार की चयन प्रक्रिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके अलावा, गहलोत को स्टार प्रचारक के रूप में भी प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे वे पार्टी के चुनावी अभियान को गति देंगे।

हरियाणा चुनाव में राजस्थान के तीन प्रमुख नेताओं का योगदान

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट में राजस्थान के तीन नेताओं का नाम प्रमुख रूप से शामिल है: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा। जबकि गहलोत को सीनियर ऑब्जर्वर और स्टार प्रचारक दोनों की भूमिकाएं निभानी हैं, पायलट और डोटासरा केवल प्रचारक के रूप में कार्य करेंगे।

लोकसभा चुनाव में गहलोत का प्रभाव

अशोक गहलोत ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब उन्हें अमेठी लोकसभा सीट पर सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया था। उनकी रणनीति और नेतृत्व के चलते कांग्रेस ने 2024 के चुनाव में अमेठी से विजय प्राप्त की। किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी सीट पर स्मृति ईरानी को हराया, जो कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण जीत थी।(Senior Observer)

पार्टी में संगठनात्मक बदलाव

हाल ही में, राजस्थान के आदर्श नगर विधानसभा से विधायक रफीक खान को चीफ व्हिप I(मुख्य सचेतक) और गंगापुर सिटी से विधायक रामकेश मीणा को उपनेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। ये दोनों नेता गहलोत गुट से संबंधित माने जाते हैं, जो पार्टी की आंतरिक राजनीति में गहलोत की प्रमुख स्थिति को दर्शाते हैं।

भविष्य की रणनीतियां और चुनौतियां

गहलोत की नई जिम्मेदारियों और उनकी सक्रियता के साथ, कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी अभियान को और अधिक मजबूत बनाने की रणनीति अपनाई है। गहलोत के अनुभव और नेतृत्व से पार्टी को हरियाणा और अन्य चुनावी राज्यों में महत्वपूर्ण लाभ हो सकता है। इस प्रकार, कांग्रेस पार्टी ने गहलोत को एक महत्वपूर्ण भूमिका में रखकर अपनी चुनावी संभावनाओं को और मजबूत किया है।

अशोक गहलोत की सीनियर ऑब्जर्वर और स्टार प्रचारक के रूप में नियुक्ति कांग्रेस द्वारा एक रणनीतिक कदम है, जो उनके अनुभव और नेतृत्व को हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से इस्तेमाल करने की कोशिश है। यह दोहरी भूमिका कांग्रेस की चुनावी रणनीति को मजबूत करती है और गहलोत की केंद्रीय भूमिका को उजागर करती है।(Ashok Gehlot)

Tags :
Ashok GehlotAshok Gehlot RoleCongress LeadersCongress LeadershipCongress PartyElection CampaignElection ImpactElection MonitoringElection OutcomesElection Strategyharyana assembly electionsPolitical AnalysisPolitical Appointmentspolitical strategyPublic CampaignsRajasthan CongressRajasthan NewsRajasthan PoliticsSachin PilotSenior LeadershipSenior ObserverSeniors in CongressStar CampaignersState ElectionsStrategic Appointments
Next Article