क्या डोटासरा और मीणा का 'साढू' रिश्ता है सियासी खेल का हिस्सा? जानिए इस नई सियासी कहानी की हकीकत
Rajasthan Politics: जयपुर। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीकानेर में किसान सम्मेलन के दौरान एक चौंकाने वाला बयान दिया, जिसमें उन्होंने पूर्व भाजपा विधायक डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को अपने 'साढू' के रूप में पेश किया। इस कदम ने राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। डोटासरा ने कहा कि उनका और मीणा का एक ही उद्देश्य है – दिल्ली से आई 'पर्ची' पर आधारित सरकार को बदलना।
सियासी साजिश या सच्ची साझेदारी?
डोटासरा ने सम्मेलन में खुलासा किया, "डॉ. किरोड़ीलाल मीणा अब मेरे साढू हो गए हैं। गोलमा देवी (किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी) और सुनीता डोटासरा (मेरी पत्नी) को बहन बना दिया है।" उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों का मकसद एक ही है – वर्तमान सरकार की 'पर्ची' बदलनी चाहिए। डोटासरा ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है, दलितों और पिछड़ों के खिलाफ अपराध नहीं रोक पा रही है, और युवाओं को नौकरी नहीं दे रही है।
डॉ. मीणा का सरकार के खिलाफ मोर्चा
डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने भाजपा सरकार से इस्तीफा देने के बाद से ही सक्रिय विरोध किया है। उन्होंने हाल ही में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मुलाकात कर DoIT में भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों की शिकायत की। मीणा ने अधिकारियों पर ठेकेदारों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है और सरकार की नीतियों की खुलकर आलोचना की है।
इस्तीफे की स्थिति पर सस्पेंस
डॉ. मीणा के इस्तीफे की स्थिति पर अब तक सरकार की ओर से कोई स्पष्टता नहीं आई है। क्या उनका इस्तीफा मंजूर हुआ या नहीं, यह अभी भी अनसुलझा है। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बना रही है और विधानसभा के भीतर और बाहर सरकार से किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे पर स्पष्टता की मांग कर रही है। इस ताजातरीन घटनाक्रम ने सियासी हलकों में नई चर्चा शुरू कर दी है और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पर आगे क्या प्रतिक्रिया आती है।
.