"मैं अपनी बात से नहीं मुकर सकता..." किरोड़ीलाल मीणा ने निभाया वचन, भजनलाल सरकार में मंत्री पद से दिया इस्तीफा
Dr. Kirodi Lal Meena Resigned: राजस्थान की सियासत में गुरुवार का सूरज बड़ी सियासी गहमागहमी के साथ निकला जहां राजस्थान के कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने भजनलाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को एक निजी कार्यक्रम में एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान कृषि मंत्री ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. मालूम हो कि किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे को लेकर कई दिनों से गहमागहमी चल रही थी जहां विपक्ष भी उनके इस्तीफे को लेकर लगातार हमलावर था.
बता दें कि बुधवार को राजस्थान में विधानसभा का सत्र शुरू हुआ जिसके पहले दिन किरोड़ीलाल मीणा नहीं पहुंचे थे. जानकारी के मुताबिक बुधवार को मीणा दिल्ली में थे जहां उन्होंने बीएल संतोष से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम पर जानकारी दी और कहा कि 'मैं केवल मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं लेकिन आगे संगठन के लिए काम करता रहूंगा.' वहीं इधर मीणा ने इस्तीफे का ऐलान करने के बाद कहा कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है, उन्होंने बस अपना वादा निभाया है.
मालूम हो कि राजस्थान में लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान किरोड़ीलाल मीणा ने दौसा में कहा था कि उन्हें पीएम मोदी की ओर से 7 सीटों पर जीत की जिम्मेदारी दी गई है ऐसे में अगर उन सीटों पर बीजेपी की हार होती है तो वो अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. बता दें कि उन 7 सीटों में से बीजेपी को 5 सीटों पर हार मिली थी. इसके अलावा किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा के नतीजों के बाद सोशल मीडिया पर श्रीरामचरितमानस की एक लाइन लिखते हुए कहा था कि - रघुकुल रीति सदा चलि आई, प्राण जाई पर बचन ना जाई.
20 जून को किरोड़ीलाल ने दिया इस्तीफा!
बताया जा रहा है कि किरोड़ीलाल मीणा ने कुछ दिन पहले 20 जून को सीएम से मुलाकात की थी और उसी दौरान उन्होंने सीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया था लेकिन विधानसभा में चल रहे बजट सत्र को लेकर उन्होंने इसे गोपनीय रखा. अब माना जा रहा है कि किरोड़ीलाल के इस्तीफे पर हाईकमान ही कोई फैसला ले सकता है. मालूम हो कि किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे को लेकर कई दिनों से सियासी चर्चाएं चल रही थी और कांग्रेस लगातार उनके इस्तीफे की मांग करते हुए तंज कस रही थी.
वहीं इससे पहले कृषि विभाग के इंजीनियरों के तबादलों को लेकर भी किरोड़ी और पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर के बीच तकरार देखने को मिली थी जहां पंचायतीराज आयुक्त ने किरोड़ी के साइन से आदेश जारी होने के बावजूद तबादलों को गलत बताते हुए उन पर रोक लगा दी थी.
सरकार के उम्रदराज और अनुभवी मंत्री अब बाहर!
बता दें कि अगर सीएम भजनलाल शर्मा किरोड़ीलाल मीणा का इस्तीफा मंजूर करते हैं तो सरकार की चुनौतियां कई मोर्चों पर बढ़ सकती है. किरोड़ीलाल मीणा वर्तमान सरकार में सबसे अनुभवी और विपक्ष पर जमकर हमला बोलने वाले मंत्रियों में गिने जाते थे, इसके अलावा उनका जनता से सीधा जुड़ाव भी उनकी राजनीतिक शैली को खास बनाता था. ऐसे में सरकार से किरोड़ीलाल का बाहर जाने के आने वाले दिनों में कई सियासी हलचल देखी जा सकती है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राजस्थान में होने वाली 5 सीटों के उपचुनाव में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है जहां किरोड़ीलाल मीणा को दौसा की जिम्मेदारी दी गई है.