Arjun Ram Meghwal: साइकिल वाले सांसद फिर बने Modi 3.O कैबिनेट में 'सारथी'...कभी करते थे टेलीफ़ोन ऑपरेटर की नौकरी
PM Modi 3.O Cabinet: देश में एक बार फिर एनडीए सरकार का गठन होने के साथ ही नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। पीएम मोदी के शपथ लेने के साथ ही उनकी टीम ने भी शपथ ली है। इधर राजस्थान से बीजेपी के 11 सीटें हारने के बावजूद मोदी सरकार में राजस्थान को पिछली बार से ज्यादा प्रतिनिधित्व देखने को मिला है। नरेंद्र मोदी ने दूसरे कार्यकाल के दो मंत्रियों गजेंद्र सिंह शेखावत और भूपेंद्र यादव को रिपीट किया है जिन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
वहीं मोदी 3.O कैबिनेट में अर्जुन राम मेघवाल ने अपनी जगह बरकरार रखी है जहां उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में ली पद और गोपनीयता की शपथ ली। मेघवाल को मंत्रालय का अनुभव और मोदी-शाह के करीबी होने का सीधा फायदा मिला। वहीं बीजेपी ने हरियाणा और अन्य राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए दलित चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल कर बड़ा संदेश दिया है।
मेघवाल ने लगाया जीत का चौका
बता दें कि अर्जुन राम मेघवाल ने इस चुनाव में बीकानेर से जीत का चौका लगाकर 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए हैं. मेघवाल ने बीकानेर सीट से कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल को 54 हजार से ज्यादा वोट से हराया है जहां अर्जुन राम को 5,61097 वोट मिले तो गोविंद राम मेघवाल को 5,06,588 को वोट हासिल हुए।
मेघवाल इससे पहले वह मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में संसदीय मामलों, संस्कृति राज्य मंत्री, कानून मंत्रालय में काम कर चुके हैं। इसके अलावा मेघवाल पहले मुख्य सचेतक और भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री भी रहे हैं. दरअसल मेघवाल पहली बार 2009 में राजस्थान के बीकानेर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे. वहीं उन्हें 2013 में सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
IAS सेवा छोड़कर ली राजनीति में एंट्री
अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 20 दिसंबर 1953 को राजस्थान के बीकानेर में लखूराम मेघवाल और हीरा देवी के घर हुआ जहां उन्होंने बीकानेर के डूंगर कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एलएलबी की पढ़ाई की। वहीं उन्होंने टेलीफोन ऑपरेटर के पद पर सरकारी नौकरी से अपना सफर शुरू किया। इसके बाद वह राजस्थान कैडर के एक आईएएस अधिकारी बने जहां चूरू के जिला कलेक्टर के पद पर भी रहे।
मेघवाल को राजस्थान का बड़ा दलित चेहरा माना जाता है। मेघवाल की राजनीति पारी शुरू करने के पीछे की कहानी काफी रोचक है जहां उन्हें साल 1994 में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री का ओएसडी बनाया गया था और इसके बाद वह एडीएम से आईएएस तक पहुंचे।
वहीं जिला कलेक्टर के पद से रिटायरमेंट लेने के बाद वह राजनीति में आए। मेघवाल ने 2009, 2014, 2019 और अब 2024 के आम चुनावों में, लगातार चौथी बार जीत हासिल की है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मोदी सरकार 3.0 में अर्जुन राम मेघवाल को रिपीट करने के पीछे पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की गुड बुक में आना बड़ा कारण बना है।
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