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कोटा में बढ़ते आत्महत्याओं पर सांसद राहुल कस्वां का बयान, कोचिंग सेंटर से अपील, जानिए क्या बोले!

राजस्थान की चूरू लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां इन दिनों एक वीडियो के कारण चर्चा में हैं, जिसमें वे बच्चों के साथ डांस करते हुए नजर आ रहे हैं
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Rahul Kaswan: राजस्थान की चूरू लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां इन दिनों एक वीडियो के कारण चर्चा में हैं, जिसमें वे बच्चों के साथ डांस करते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, उनका यह वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने एक और महत्वपूर्ण बयान दिया है, जो कोटा में बढ़ते स्टूडेंट सुसाइड के मामलों से जुड़ा हुआ है। (Rahul Kaswan) सांसद राहुल कस्वां ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों को आत्महत्या करने से रोकने के लिए अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों को एक नया दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। उनका कहना है कि यदि अब भी यह स्थिति नहीं बदली, तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं

बढ़ते छात्र आत्महत्याओं पर गंभीर चिंता

राजस्थान के चूरू लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां ने मंगलवार को अपने भाषण का वीडियो साझा करते हुए कोटा और जयपुर जैसे शिक्षा hubs में बढ़ते छात्र आत्महत्याओं के मामलों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने इस मुद्दे को आत्ममंथन का विषय बताते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन को इस पर गंभीरता दिखानी चाहिए, लेकिन इसके साथ-साथ सभी अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों को भी अपने दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता है। राहुल कस्वां ने इसे एक गंभीर सामाजिक समस्या के रूप में स्वीकार किया और इसके समाधान के लिए बदलाव की आवश्यकता बताई।

माता-पिता से संवाद...समर्थन की अपील

सांसद ने खास तौर पर माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों को समय दें और उनका आत्मविश्वास बढ़ाएं। उन्होंने कहा, "हर बच्चे की अपनी अलग काबिलियत होती है और हमें बच्चों की मानसिक स्थिति और उनकी क्षमता को समझने की जरूरत है। हमें अपने बच्चों से जुड़ने और उनका उत्साह बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि वे आत्महत्या जैसे काले कदम से बच सकें।"

शिक्षण संस्थानों से सकारात्मक वातावरण 

राहुल कस्वां ने सभी कोचिंग सेंटर्स और शिक्षण संस्थानों से भी अपील की कि वे छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, "हर शिक्षा संस्थान को अपने यहां पढ़ाई कर रहे बच्चों की प्रतिभा और मानसिक स्थिति का मूल्यांकन करना चाहिए। उन्हें एक स्वस्थ और सहयोगात्मक वातावरण प्रदान करना बेहद जरूरी है, ताकि वे बिना किसी मानसिक दबाव के अपनी शिक्षा पूरी कर सकें।"

समाज के सभी हिस्सों की जिम्मेदारी

सांसद ने इस बात को भी रेखांकित किया कि बच्चों के मानसिक दबाव को कम करने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार और अभिभावकों की ही नहीं, बल्कि शिक्षा संस्थानों और समाज के हर वर्ग की है। यह समय है जब सभी को मिलकर काम करना होगा ताकि इस गंभीर समस्या का समाधान निकाला जा सके।

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