राजस्थान की सियासत में सस्पेंस! डोटासरा बोले ...."अब देखते हैं यह बम कब फूटता है"! कौन है निशाने पर?
Rajasthan Budget Session: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है, और इससे पहले राज्य की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। विपक्ष और सत्ता पक्ष अपनी-अपनी रणनीतियों को धार देने में जुटे हैं। इस सत्र में जहां सरकार अपनी उपलब्धियों और योजनाओं को जनता के सामने रखने की तैयारी में है, वहीं विपक्ष इसे घेरने के लिए मुद्दों की तलाश में है। बजट सत्र से एक दिन पहले कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक हुई, जिसमें सत्र के दौरान उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल हुए और उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार और उसके मंत्रियों पर तीखा हमला बोला।
बैठक के बाद डोटासरा ने भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा के साथ लगातार अन्याय हो रहा है। (Rajasthan Budget Session )उन्होंने दौसा, एसआई भर्ती और विभागों के बंटवारे का जिक्र करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनके इस बयान से न केवल सियासी गलियारों में हलचल मच गई है, बल्कि भाजपा के अंदर भी उथल-पुथल मचने के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में बजट सत्र के दौरान यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है, जिससे सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है।
"हमने वसुंधराजी के सामने भी उनके तेवर देखे हैं"
राजस्थान में बजट सत्र से पहले सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार के मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, "मैं किरोड़ी लालजी को जानता हूं, वो झुकने वाले नहीं हैं। टूट जाएंगे, लेकिन झुकेंगे नहीं। अब देखते हैं यह बम कब फूटता है। देखते हैं कब क्या होता है। हमने वसुंधराजी के सामने भी उनके तेवर देखे हैं।" उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
भाजपा सरकार पर डोटासरा के सवाल
डोटासरा ने भाजपा सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से सरकार "गुड गवर्नेंस" के कसीदे पढ़वाएगी, लेकिन यह आएगी कैसे? उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और सरकार इसे सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।
पोस्टिंग का इंतजार कर रहे अधिकारी
डोटासरा ने यह भी कहा कि राज्य में कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद खाली हैं, लेकिन सरकार ने अब तक इन पर कोई नियुक्ति नहीं की। उन्होंने बताया कि कई लोकसेवक महीनों से अपनी पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। जिले और संभाग स्तर से हटाए गए अधिकारी, पदोन्नत अधिकारी और राइजिंग राजस्थान समिट से कार्यमुक्त हुए करीब 33 प्रतिशत IAS और IPS अधिकारी पोस्टिंग की आस में खाली बैठे हैं। उन्होंने सरकार से इनकी सेवाओं का सदुपयोग करने की मांग की।
बजट सत्र रहेगा गरम?
डोटासरा के इन बयानों से साफ संकेत मिलते हैं कि बजट सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर रहा है। खासकर किरोड़ी लाल मीणा को लेकर किए गए उनके बयान से यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा के अंदरूनी समीकरणों में भी कोई बड़ा बदलाव हो सकता है। अब देखना होगा कि इस राजनीतिक घमासान का आगे क्या असर पड़ता है।
यह भी पढ़ें: Budget 2025: बजट में मिल सकती है पेट्रोल-डीजल और इलेक्ट्रॉनिक्स पर राहत, जानिए क्या हो सकता है सस्ता!
यह भी पढ़ें: JLF 2025: 'दियासलाई'... कैलाश सत्यार्थी ने शर्मा सरनेम हटाकर सत्यार्थी क्यों लगाया? जानें
.