Rajasthan Budget : वित्त मंत्री दीया कुमारी आज पेश करेंगी पहला पूर्ण बजट, युवा-महिला-किसानों पर फोकस, क्या बोले सचिन पायलट ?
Rajasthan Budget : जयपुर। भजनलाल सरकार की वित्त मंत्री दीया कुमारी आज बुधवार(10 जुलाई) को राजस्थान सरकार का पहला पूर्णकालिक बजट पेश करेंगी। लोकसभा चुनाव में 11 सीटें खोने के बाद भजनलाल सरकार के पास जनता को लुभाने का यह अच्छा मौका हो सकता है। जिसके आधार पर वह 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद लगा सकती है।
भजनलाल सरकार के पहले पूर्णकालिक बजट से प्रदेश की जनता को कई उम्मीदें हैं। वहीं इस बीच संभावना जताई जा रही है कि भजनलाल सरकार अपने पहले बजट में युवा, महिला, किसानों और उद्योग जगत पर विशेष फोकस रखेगी।
बेरोजगार युवाओं को भर्ती की सौगात !
प्रदेश में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में पेपर लीक के कारण बड़ी संख्या में भर्तियां अटकी थीं। अब भजनलाल सरकार बड़े पैमाने पर भर्तियों की घोषणा कर सकती है। भर्ती कैलेंडर बनाने की बात सरकार पहले ही कह चुकी है। फरवरी में अंतरिम बजट में भी 70 हजार भर्तियों की घोषणा की गई थी।(Rajasthan Budget)
महिला आरक्षण का बढ़ सकता दायरा
भजनलाल सरकार ने थर्ड ग्रेड टीचर भर्ती में महिला आरक्षण 30 से बढ़ाकर 50 फ़ीसदी किया है। अब महिला आरक्षण का दायरा बढ़ाकर अन्य भर्तियों को भी इसमें शामिल कर सकती है। कांस्टेबल भर्ती में भी सरकार ने महिलाओं के लिए आरक्षण 30 से बढ़ाकर 33 प्रतिशत करने का फैसला किया था। अब इसे पूरी पुलिस भर्ती में लागू किया जा सकता है। महिला उद्यमियों के लिए लोन लेना आसान होगा।
मुफ्त इलाज का बढ़ सकता दायरा
भजनलाल सरकार स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर भी बजट में नया ऐलान कर सकती है। गहलोत सरकार के समय चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में 25 लाख तक इलाज की सुविधा थी। भाजपा सरकार ने यह राशि तो कम कर दी है, लेकिन जनता को राहत देने के लिए कुछ और गंभीर बीमारियों को योजना के दायरे में शामिल किया जा सकता है।
किसानों को मिलेगी कौनसी सौगात?
भजनलाल सरकार पहले पूर्णकालिक बजट में विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनी ERCP का विस्तार का फैसला कर सकती है। किसानों को शार्ट टर्म लोन के बकाया होने पर जमीन की कुर्की से राहत मिलेगी। भाजपा ने गहलोत सरकार में किसानों की जमीन नीलाम होने को चुनावी मुद्दा बनाया था। हाल ही में हनुमानगढ़ में किसानों की जमीन नीलामी पर सरकार ने रोक लगा दी थी। MSP पर बाजरे की खरीद के साथ बोनस देने की घोषणा हो सकती है।
8 फरवरी को आया था लेखानुदान
दिसंबर में सत्ता में आई भजनलाल सरकार ने 8 फरवरी को पहला लेखानुदान पेश किया था। तब भी वित्त मंत्री दीया कुमारी का फोकस किसान और युवा रहे थे। लेखानुदान में 70000 भर्तियां करने की घोषणा की गई थी।
केंद्र से पहले राज्य के बजट पर आपत्ति
भजनलाल सरकार के पूर्णकालिक बजट को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली अपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार केंद्र से पहले बजट क्यों ला रही है? करीब 20 साल बाद यह स्थिति बन रही है। नेता प्रतिपक्ष के अनुसार राज्य का बजट पूरी तरह से केंद्र के बजट पर निर्भर करता है। केंद्र सरकार करों का जो हिस्सा राज्यों को देती है, उसी के अनुसार राज्य अपना बजट तैयार करते हैं।
पिछली घोषणाएं ही पूरी नहीं कर पाए- पायलट
भजनलाल सरकार के पहले पूर्णकालिक बजट पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि- अब तक अंतरिम बजट की घोषणाएं पूरी नहीं कर पाए। हमारी सरकार की घोषणाओं को इम्पलीमेंट नहीं कर पाए। मुझे तो उम्मीद बहुत कम है। मगर मैं चाहूंगा सरकार का ध्यान नौजवान, किसानों पर रहे। बिजली-पानी की किल्लत का समाधान होना चाहिए और महंगाई को काबू कैसे करेंगे, यह इस बजट में होना चाहिए। अब देखना है क्या आता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पायलट ने टोंक दौरे के दौरान यह बात कही।
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