Rajasthan: खींवसर में दांव पर बेनीवाल परिवार का वर्चस्व! पिता की विरासत बचाने मैदान में उतरी बहू
Rajasthan By-Election 2024: राजस्थान में उपचुनावों को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है जहां बीजेपी और कांग्रेस ने सातों सीट पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. प्रदेश की 7 सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होनी है जिसके लिए 25 अक्टूबर को नामांकन की आखिरी तारीख है. इसी कड़ी में नागौर की सबसे हॉट सीट माने जाने वाली खींवसर में भी अब मुकाबला साफ हो गया है जहां गुरुवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पार्टी की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए खींवसर विधानसभा सीट से अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है. अब खींवसर में कनिका का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार रेवंत राम डांगा और कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. रतन चौधरी से होगा.
कांग्रेस की महिला प्रत्याशी के सामने बेनीवाल ने भी यहां महिला कार्ड चला है. बता दें कि कनिका बेनीवाल की राजनीति में ये एंट्री है जहां इससे पहले वह अपने परिवार की करीब 40 सालों से अधिक की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए मैदान में उतरी है. मालूम हो कि आरएलपी पार्टी के गठन के बाद से ही अभी तक, हनुमान बेनीवाल ने खींवसर विधानसभा सीट से सिर्फ अपने परिवार में ही टिकट दिया है. वहीं इस बार उन्होंने अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को मैदान में उतारा है.
नागौर की हॉट सीट मानी जाती है खींवसर
बता दें कि खींवसर नागौर जिले की सबसे हॉट सीट है जो 2008 में परिसीमन हुआ तो अस्तित्व में आई. इससे पहले इस सीट का नाम मूंडवा विधानसभा हुआ करता था जहां मूंडवा और खींवसर बेनीवाल परिवार की परंपरागत सीट रही है. मूंडवा सीट से हनुमान बेनीवाल के पिता रामदेव बेनीवाल 1977 और 1985 में दो बार विधायक बने.
इसके बाद इस सीट पर परिसीमन के बाद हनुमान बेनीवाल ने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाया. खुद बेनीवाल 2003 में विधानसभा चुनाव हार गए थे. इसके बाद हनुमान फिर 2008,2013,2018 और 2023 में MLA बने. वहीं 2019 से उनका सांसदी का सफर शुरू हुआ जहां 2024 में वो दूसरी बार नागौर से सांसद चुने गए.
वहीं 2008 में बेनीवाल की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नाराजगी हुई जहां 2013 में वह निर्दलीय के रूप में ताल ठोककर विधानसभा पहुंचे. वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले हनुमान बेनीवाल ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया जहां कई सीटों पर आरएलपी के प्रत्याशी उतारे. 2018 में हनुमान बेनीवाल के अलावा आरएलपी मेड़ता से इंदिरा बावरी और भोपालगढ़ से पुखराज गर्ग जीते. इसके बाद 2019 में जब हनुमान बेनीवाल लोकसभा सांसद बने तो खींवसर से उपचुनाव में उनके भाई नारायण बेनीवाल पहली बार विधायक बने.
अब चुनावी मैदान में कनिका बेनीवाल
वहीं अब 2024 के उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल खींवसर से चुनावी मैदान में है जहां वर्तमान में बेनीवाल की पार्टी का कोई भी विधायक विधानसभा में नहीं है ऐसे में कनिका पर पार्टी की साख और परिवार की विरासत दोनों बचाने की जिम्मेदारी होगी. इसके साथ ही खींवसर की जंग कनिका के लिए इतनी आसान नहीं रहने वाली है क्योंकि कांग्रेस से रतन चौधरी भी वहां मजबूत दावेदार मानी जा रही है.
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