राजस्थान में अब 6 सीटों के उपचुनाव में भिड़ेंगे BJP-कांग्रेस, क्या है समीकरण और किसका पलड़ा है भारी?
Rajasthan By-Election: राजस्थान की सियासत के लिए गुरुवार की सुबह एक दु:खद खबर के साथ हुई जहां उदयपुर जिले की सलूंबर विधानसभा सीट से 3 बार के विधायक अमृतलाल मीणा का निधन हो गया. मिली जानकारी के मुताबिक मीणा की मौत की वजह हार्ट अटैक से हुई है. 65 साल के मीणा ने लगातार आदिवासी इलाके सलूंबर में कांग्रेस का रथ रोक रथे जिन्हें मेवाड़ में बीजेपी का बड़ा आदिवासी चेहरा माना जाता था. मीणा के निधन के बाद उनकी सलूंबर सीट खाली हो गई है जहां अब उपचुनाव होंगे. वहीं लोकसभा चुनावों में राजस्थान के 5 विधायकों के सांसद बनने से उनकी सीटें भी खाली हो गई है ऐसे में अब राजस्थान में विधानसभा की अब 6 सीटों पर आगामी कुछ महीने में चुनाव करवाए जा सकते हैं.
दरअसल उदयपुर जिले की सलूंबर विधानसभा पिछले 3 चुनावों से कांग्रेस के हाथ से फिसलती जा रही है जहां अमृतलाल मीणा ने लगातार 3 बार रघुवीर मीणा को मात दी थी. 2023 के विधानसभा चुनाव में जिले में कांग्रेस की इकलौती सीट खेरवाड़ा कायम रही जहां डॉ. दयाराम परमार ने नानालाल अहारी को हराया. एक रोचक तथ्य यह भी है कि राजस्थान में पिछले कई सालों से पूरे 200 विधायकों का संयोग नहीं रहा है जहां कुछ ही समय बाद कोई ना कोई सीट खाली हो जाती है. इधर बीजेपी की वर्तमान भजनलाल सरकार को लोकसभा की हार के बाद अब एक बार फिर 6 सीटों पर उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा.
सलूंबर रहा है बीजेपी का पुराना गढ़
बता दें कि उदयपुर जिले की सलूंबर विधानसभा सीट पर 1990 के बाद हुए चुनाव में सिर्फ 2 बार ही कांग्रेस ने जीत दर्ज की है और इसके बाद इस सीट पर लगातार बीजेपी बड़े वोटों के मार्जिन से जीत हासिल कर रही है. सलूंबर सीट पर 1990, 1993 में बीजेपी के फूलचन्द मीणा, 1998 में कांग्रेस के रूपलाल मीणा, 2003 में बीजेपी के अर्जुनलाल मीणा, 2008 में कांग्रेस के रघुवीर सिंह मीणा उसके बाद से बीजेपी के अमृतलाल मीणा चुनाव में जीत हासिल कर रहे हैं. वहीं जिले की 8 विधानसभा सीटों में 6 पर बीजेपी और 2 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को जीत मिली थी जहां बीजेपी ने उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, वल्लभनगर, गोगुंदा, सलूम्बर तथा झाड़ोल पर जीत हासिल की और कांग्रेस ने खेरवाड़ा और मावली में जीत दर्ज की.
BAP कर सकती है खेल!
मालूम हो कि उदयपुर जिले की सलूंबर विधानसभा में अमृतलाल मीणा ने पिछले 3 चुनाव से कांग्रेस का रथ रोक रखा था, वह लगातार तीनों चुनाव में 90 हजार के करीब वोट लेकर जीत रहे थे. इधर अब संभवत: 5 सीटों पर होने वाले उपचुनावों में एक सीट सलूंबर भी जुड़ गई है जहां राजस्थान में 6 सीटों पर नए विधायक चुने जाएंगे जिनमें देवली-उनियारा, दौसा, खींवसर, चौरासी और झुंझुनूं शामिल है.
वहीं सलूंबर सीट पर भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने भी 2023 में अपना उम्मीदवार उतारा था जहां जितेश कुमार मीणा 51691 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे थे. अभी बाप के विधानसभा में 3 विधायक उमेश मीणा, जयकृष्ण पटेल और थावर चन्द है जहां चौरासी पर चुनाव होना है जहां बाप मजबूत है. हालांकि लोकसभा में कांग्रेस से बाप का गठबंधन था लेकिन सलूंबर उपचुनाव में देखना होगा कि बाप अपना अलग से चेहरा उतारती है या नहीं ऐसे में आने वाले दिनों में विधानसभा में बाप के 5 विधायक भी हो सकते हैं!
इन सीटों पर उपचुनाव का घमासान
गौरतलब है कि प्रदेश में दौसा, खींवसर, झुंझुनूं, चौरासी और देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं जहां बीजेपी की इस बार कठिन परीक्षा है क्योंकि हाल में बीजेपी ने लोकसभा की 11 सीटें गंवाई है. ऐसे में बीजेपी के लिए ये उपचुनाव कड़ी चुनौती हो सकते हैं. वहीं राजस्थान की 5 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों खेमों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर हलचल शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव से सबक लेकर शायद कुछ नया कदम उठा सकती है औऱ पुराने चेहरों को फिर आगे किया जा सकता है. इसके अलावा जातिगत समीकरण को देखते हुए देवली-उनियारा, खींवसर क्षेत्रों में पुराने चेहरों पर ही दांव खेला जा सकता है.
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