• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

आखिर सचिन पायलट क्यों जा रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी? सिर्फ इंडिया ही नहीं अब विदेश में भी डिमांड

Sachin Pilot: देश की जनता ने हाल में 2024 का जनादेश सुनाया जहां एक बार फिर एनडीए सरकार सत्ता में लौटने में कामयाब हुई, नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली लेकिन इस बार...
featured-img

Sachin Pilot: देश की जनता ने हाल में 2024 का जनादेश सुनाया जहां एक बार फिर एनडीए सरकार सत्ता में लौटने में कामयाब हुई, नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली लेकिन इस बार देश में लंबे अरसे बाद गठबंधन की सरकार का दौर लौटा और 10 सालों की तुलना में विपक्ष थोड़ा मजबूत हुआ। इधर देश के सभी राज्यों में राजस्थान के नतीजों ने हर किसी को चौंकाया जहां बीजेपी के क्लीन स्वीप की हैट्रिक लगाने का सपना टूटा और कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों की बदौलत 11 सीटें जीती, कांग्रेस की इस वापसी पर सभी राजनीतिक पंडित हैरान हो गए।

वहीं इधर जीत के बाद श्रेय का सेहरा बांधने किसके सिर बांधा जाए इसके लिए सिर तलाशे जाने लगे और कई नाम सियासी गलियारों में तैरने लगे। मालूम हो कि राजस्थान में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में ये लोकसभा चुनाव लड़ा गया लेकिन राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बिना किसी शोर-शराबे के बीजेपी से 11 सीटें खींच ली।

राजस्थान में इंडिया गठबंधन को मिली 11 सीटों में से पायलट खेमे के 5-6 प्रत्याशी जीतकर देश की पंचायत में चले गए। पायलट ने प्रचार अभियान के दौरान पूरा राजस्थान नाप दिया था जिसके बाद अब उनका सियासी ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ रहा है जहां हाल में उनके पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद लंबे अरसे बाद कांग्रेस के सभी धड़ों और जातियों के नेता एक जाजम पर पायलट के साथ दिखे।

इस बीच अब इंग्लैंड की प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में सचिन पायलट को बुलाया है जिसके बुलावे को पायलट ने स्वीकार कर लिया है और वह 14 जून को वहां पहुंचेंगे लेकिन आइए जानते हैं कि आखिर पायलट क्यों ऑक्सफोर्ड जा रहे हैं?

पायलट है राजस्थान में कांग्रेस का भविष्य...!

बता दें कि हाल में हुए लोकसभा चुनावों के बाद राजस्थान में अब कांग्रेस का सियासी खाका एकदम से बदल गया है जहां 2018 के विधानसभा चुनावों की तरह पायलट एक बार फिर मजबूत होकर उभरे हैं। राजस्थान के 8 में से अपने खेमे के 5 सांसद बनाकर पायलट ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सूबे की सियासत में वो क्या जगह रखते हैं। दरअसल कांग्रेस के 8 सांसदों में से पायलट ने जिन नेताओं को टिकट दिलवाया उनमें 5 सांसद जीते हैं जिनमें जाट OBC, SC, ST के सभी चेहरे हैं।

इसके अलावा पायलट ने हाल में हुए लोकसभा चुनावों में राजस्थान की लगभग हर सीट पर चुनाव प्रचार किया और वह देश के कई राज्यों में लोकसभा सीटों पर गए जहां उनकी लगातार डिमांड रही। जानकारी के मुताबिक पायलट ने इस बार 100 से अधिक चुनावी रैलियों को संबोधित किया.वहीं राज्य के पूर्व सीएम अशोक गहलोत जिनसे उनकी लंबी अदावत है वो लोकसभा चुनावों में अपने बेटे की सीट पर उलझे रहे और जीत भी नहीं दिलवा पाए ऐसे में पायलट का कद सूबे के नेताओं में काफी तेजी से बढ़ा है जहां ठंडे पड़े विपक्ष ने एक बार फिर मजबूती से अपनी वापसी दर्ज की है।

एक जाजम पर दिखे 8 सांसद, 25 विधायक

हाल में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की 24वीं पुण्यतिथि पर दौसा के जीरोता में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जहां पायलट के साथ एक मंच पर राजस्थान कांग्रेस के सभी धड़ों के नेताओं की मौजूदगी दिखाई दी जिसको पायलट के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा गया और यह सियासी संदेश गया कि अब पायलट 2020 में हुई नाराजगी या सियासी बग़ावत का किस्सा भूलकर आगे निकल चुके हैं। इसके अलावा पायलट के साथ बैठे नेताओं की मौजूदगी से ये पता चला कि राजस्थान के नेता भी अब पायलट के चेहरे में कांग्रेस का भविष्य देख रहे हैं।

हालांकि पायलट हर साल अपने पिता की पुण्यतिथि और जयंती पर दौसा में कार्यक्रम करते हैं लेकिन बीते मंगलवार को दौसा में पायलट के साथ हुई जुटान ने हर किसी को हैरान किया जहां सचिन पायलट के साथ प्रार्थना सभा में हाल में जीते कांग्रेस के सभी 8 मौजूदा सांसद, 25 विधायक और 36 पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक और सैकड़ों कांग्रेसी चेहरे पहुंचे। बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ऐसा पहली बार था जब कांग्रेस के नेता एक साथ एक मंच पर इस तरह दिखाई दिए।

अब ऑक्सफोर्ड में चलेगा पायलट का सिक्का !

बता दें कि पायलट का कैनवास राज्य से आगे राष्ट्रीय स्तर के नेता का है जहां वह नेशनल लेवल पर अक्सर केंद्र सरकार की घेराबंदी करते हुए दिखाई देते हैं। इसके दूसरी ओर पायलट राज्य की सियासत में सक्रियता और इस जुटान से संदेश देना चाहते हैं कि वह सूबे की सियासत में कहीं नहीं जाने वाले हैं। मालूम हो कि पायलट कई बार कह चुके हैं कि वह राजस्थान छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे और उनका 'मैं थासूं दूर कोनी' बयान काफी चर्चित रहा।

और अब इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर सचिन पायलट को लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एक विशेष चर्चा के लिए बुलाया है जहां वह स्टूडेंट्स और अध्यापकों के एक विशेष सत्र को संबोधित करेंगे। जानकारी के मुताबिक पायलट 14 जून की शाम 6:30 बजे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के संवाद कार्यक्रम में संबोधन देंगे। इस सत्र में पायलट के साथ प्रोफेसर आंनदी मणि और माया ट्यूडर भी शामिल होंगे।

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो