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'ये घोड़े और मैदान ऐसे ही रहेंगे....' नागौर से हार के बाद गरजी ज्योति मिर्धा, हनुमान बेनीवाल को खुली चुनौती

Jyoti Mirdha vs Hanuman Beniwal: राजस्थान के पश्चिम मारवाड़ इलाके में बसे नागौर की सियासत में हर दिन हलचल रहती है जहां नागौर में भले ही चुनावी मौसम खत्म हो गया हो लेकिन यहां की सियासत में जुबानी हमले कभी...
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Jyoti Mirdha vs Hanuman Beniwal: राजस्थान के पश्चिम मारवाड़ इलाके में बसे नागौर की सियासत में हर दिन हलचल रहती है जहां नागौर में भले ही चुनावी मौसम खत्म हो गया हो लेकिन यहां की सियासत में जुबानी हमले कभी बंद नहीं होते हैं। अब ताजा मामला ज्योति मिर्धा और सांसद हनुमान बेनीवाल से जुड़ा है जहां मिर्धा ने एक बार फिर बेनीवाल पर तीखा हमला बोलकर कहा है लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। लोकसभा चुनावों में हार के बाद पहली बार बोलते हुए मिर्धा ने कहा कि नागौर में वही घोड़े और वही मैदान रहेंगे।

उन्होंने कहा कि नागौरवासियों के हितों की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। मिर्धा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में साढे 5 लाख वोटर्स ने बीजेपी को वोट दिया है, भले ही हम चुनाव हार गए हैं लेकिन हमने विरोधियों को कड़ी टक्कर दी है। मिर्धा ने आगे कहा कि बीजेपी को वोट देने वाले साढ़े पांच लाख वोटर्स निराश नहीं हो, बल्कि लोकसभा क्षेत्र में उनके कोई काम नहीं रुकेंगे क्योंकि सरकार अपनी है, अपनी सरकार पर विश्वास रखिएगा, जो भी काम आप कहेंगे उसे पूरा किया जाएगा।

मालूम हो कि नागौर लोकसभा सीट पर आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करते हुए मिर्धा करीब 40 हजार से अधिक के मार्जिन से हराया। बेनीवाल इस बार इंडिया गठबंधन से मैदान में थे तो मिर्धा ने विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था।

"इनकी छाती पर मूंग दलेंगे…"

ज्योति मिर्धा ने आगे कहा कि मेरे समर्थकों से कहना चाहती हूं कि कोई बढ़िया जगह ढूंढो तो वहां फॉर्म हाउस बनाएंगे और जितने लोग यहां बैठे हैं उनकी छाती पर ही मूंग दलेंगे. उन्होंने कहा कि यहां नेताजी लोगों को फोन कर करके बुला रहे हैं कि जल्दी से आकर विधायक कोष का पैसा ले जाओ क्योंकि फिर ये विधायकी से इस्तीफा देने वाले हैं लेकिन जब कोष में पैसा नहीं है तो ये कहां से बांट रहे हैं।

इसके अलावा बेनीवाल को आगे चेतावनी देते हुए मिर्धा ने कहा कि ये जितने अंट-संट बयान इन्होंने दिए हैं कि हमने तो पार्टी बना ली लेकिन अगर हिम्मत है तो अकेले चुनाव लड़कर दिखाओ. मिर्धा ने आगे कहा कि एक बार अकेले चुनाव लड़ा था तब जमानत नहीं बचा पाए थे। ज्योति ने बेनीवाल के गठबंधन से चुनाव लड़ने पर कहा कि ये कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी की बैसाखियां लेकर आ जाते हैं।

'नेताजी वो BJP में जाने के लिए आतुर'....!

मिर्धा ने आगे कहा कि नेताजी घुड़ालिया (घुटनों के बल) चलकर बीजेपी में जाने के लिए तैयार बैठे हैं और वो ऐसा कुछ सोच रहे हैं कि कैसे भी करके मुख्यमंत्री से कुछ घालमेल हो जाए तो मैं बीजेपी में चला जाऊं लेकिन जनता इनको अब समझ गई है। उन्होंने आगे कहा कि हम जब-जब आएंगे तो आपको यहां से मैदान छोड़ कर भागना पड़ेगा और जब तक एक घोड़ा मर नहीं जाता ये घोड़े और मैदान एक ही रहेंगे।

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