• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

राजस्थान विधानसभा के कार्पेट ने क्यों बढ़ाया राजनीतिक तनाव? गुलाबी रंग से कांग्रेस क्यों चिढ़ी?

कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले हरे रंग का कार्पेट किसानों की मेहनत और हरियाली का प्रतीक था।
featured-img

Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में कार्पेट के रंग को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले हरे रंग का कार्पेट किसानों की मेहनत और हरियाली का प्रतीक था, लेकिन अब गुलाबी रंग का (Rajasthan Politics)कार्पेट बदलकर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह राजसी ठाठ-बाट में विश्वास रखती है। जूली ने इस कदम को राज्य की जनता के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता और खर्चीली नीतियों का परिचायक बताया। इस पर भाजपा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रंग बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि सदन में कामकाजी माहौल की अहमियत है।

सदन में सरकार की कार्यशैली पर उठे सवाल

टीकाराम जूली ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गुलाबी कार्पेट का मुद्दा सिर्फ प्रतीक है, असल में सरकार के कामकाजी तरीके पर सवाल उठने चाहिए। उन्होंने मंत्री जवाहर सिंह बेढम द्वारा कांग्रेस को मुद्दा विहीन बताने के बयान का जवाब देते हुए आरोप लगाया कि सरकार खुद अपने मंत्रियों के बीच मतभेदों को नहीं सुलझा पा रही है। जूली ने कहा कि इस बार सदन में यह देखना होगा कि सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब कैसे देती है।

किरोड़ी लाल मीणा के बयान से सियासी हलचल

किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद छोड़ने की बात और वैराग्य की इच्छा ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। मीणा का यह बयान संन्यास की ओर इशारा करता है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि अगर उनका वैराग्य स्वीकार हो जाता है तो उनके गले में लटकी घंटारी भी उनके विरोधियों के गले में लटक जाए।

गुलाबी कार्पेट... डिजिटल विधानसभा

राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र से पहले गुलाबी रंग के कार्पेट की वजह से भी यह विधानसभा चर्चा में है। इस बदलाव को पिंक सिटी की तर्ज पर किया गया है। इस सत्र में विधानसभा की कार्यवाही पूरी तरह से डिजिटल होगी और विधायकों को आई-पैड दिए जाएंगे, जिससे सदन में डिजिटल युग की शुरुआत हो रही है।

यह भी पढ़ें: टीना डाबी से अनोखी मांग! फरियादी बोला… सड़क नहीं है, घर आने-जाने के लिए हेलिकॉप्टर दिला दो!

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो