'दिल्ली से हो रहे हैं भजन लाल सरकार के फैसले! सचिन पायलट ने SI भर्ती पर उठाए गंभीर सवाल
Sachin Pilot: जयपुर में कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने भाजपा और मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने राजस्थान की भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 को लेकर उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से उठाया। पायलट ने रमेश विधूड़ी द्वारा प्रियंका गांधी के खिलाफ किए गए (Sachin Pilot)बयान को निंदनीय करार देते हुए केंद्र सरकार की नीतियों, खासकर 'एक देश, एक चुनाव' के प्रस्ताव पर भी आपत्ति जताई। इस दौरान पायलट ने सरकार की नीतियों के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए उनके असफल कार्यों को उजागर किया।
‘कंफ्यूज सरकार, दिल्ली से आ रहे हैं फैसले’
जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राज्य सरकार की कार्यशैली पर तीखा हमला बोला। पायलट ने कहा कि सरकार पूरी तरह से कंफ्यूज हो चुकी है और फैसले दिल्ली से आ रहे हैं। उन्होंने सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के मुद्दे पर सरकार के भ्रमित रुख को आड़े हाथों लिया। उनका कहना था कि मंत्री रद्द करने की बात कर रहे हैं, लेकिन सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है। यह स्थिति जनता के लिए निराशाजनक है, क्योंकि हर मुद्दे पर सरकार का गतिरोध साफ दिखाई दे रहा है।
‘जनता के मुद्दे नहीं हो रहे हल’
सचिन पायलट ने राज्य सरकार के फैसलों पर सवाल उठाए और कहा कि जनहित से जुड़े फैसले सरकार के एजेंडे से बाहर हो गए हैं। इंग्लिश मीडियम स्कूलों को बंद करने के प्रयास और जिलों को खत्म करने जैसे कदमों पर पायलट ने गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णय अब जनता के खिलाफ जा रहे हैं, जिसके कारण जनता में आक्रोश पैदा हो रहा है। पायलट ने स्पष्ट किया कि वह इन मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे।
'कांग्रेस मुख्यालय उद्घाटन से नया युग शुरू करेगा'
कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन पर पायलट ने पार्टी के लिए यह एक नई शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को इस नए मुख्यालय का उद्घाटन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किया जाएगा। पायलट ने यह भी कहा कि कांग्रेस 2025 में संगठनात्मक मजबूती के लिए काम करेगी और यह साल पार्टी के लिए चुनावी दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होगा।
‘एक देश, एक चुनाव केवल दिखावा’
पायलट ने केंद्र सरकार के 'एक देश, एक चुनाव' प्रस्ताव पर भी टिप्पणी की। उन्होंने इसे महज एक दिखावा बताया और कहा कि मोदी सरकार के पास इसे लागू करने का कोई ठोस रोडमैप नहीं है। उनका कहना था कि यह एक चुनावी छलावा है, जिसका असल उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी, और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाना है। पायलट ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया, ताकि असल मुद्दों से जनता का ध्यान हट सके।
‘जनता की अनदेखी’
सचिन पायलट ने केंद्र सरकार की नीतियों पर तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां केवल अमीरों और बड़े कारोबारियों के पक्ष में हैं, जबकि आम आदमी और किसानों की समस्याएं लगातार नजरअंदाज की जा रही हैं। पायलट ने केंद्र की नीतियों को किसान विरोधी बताते हुए आरोप लगाया कि सरकार उनकी समस्याओं को लेकर गहरे अवसाद में है।
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