Rajasthan: 'अजमेर दरगाह पर मोदी चादर चढ़ाते हैं और उन्हीं के लोग केस कर रहे' जमकर बरसे अशोक गहलोत
Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान की अजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर का दावा किया गया है, अजमेर की अदालत इस मामले में 20 दिसंबर को सुनवाई करेगी। (Ajmer Sharif Dargah) इससे पहले इस मुद्दे पर देशभर में सियासत गर्मा गई है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अजमेर दरगाह में मंदिर के दावे को गलत बताया है। उनका कहना है कि संसद में कानून पास होने के बाद ऐसा नहीं होना चाहिए।
'PM मोदी भी चढ़ाते हैं दरगाह पर चादर'
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि अजमेर दरगाह 800 साल पुरानी है। यहां दुनियाभर के लोग आते हैं। पंडित नेहरु से लेकर नरेंद्र मोदी तक सभी प्रधानमंत्री भी दरगाह में चादर चढ़ाते हैं। गहलोत ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप चादर भी चढ़ा रहे हैं और आपकी पार्टी के लोग कोर्ट में केस भी कर रहे हैं। आप भ्रम पैदा कर रहे हैं तो लोग क्या सोच रहे होंगे? गहलोत ने कहा कि जहां अशांति है, वहां विकास नहीं हो सकता। वहां विकास ठप हो जाता है।
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दरगाह में पहले क्या था? इसमें फंसना गलत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 15 अगस्त, 1947 तक बने धर्मस्थलों को यथास्थिति रखने का कानून बना हुआ है। इस पर सवाल नहीं उठाने चाहिए। मगर जब से भाजपा सरकार आई है, देश में धर्म के नाम पर राजनीति चल रही है।कानून बनने के बावजूद मंदिर- दरगाह में पहले क्या था? अगर इस बात में फंसे रहेंगे तो देश के मूल मुद्दों का क्या होगा? देश में स्थिति तो बड़ी विकट है।
'छुआछूत मिटाने का अभियान चलाएं'
अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार और RSS को देश में छुआछूत और भेदभाव मिटाने के लिए अभियान चलाना चाहिए। जब मोदी कहते हैं कि मैं थाली और ताली बजवा सकता हूं। देश उनकी बात सुनता है तो सबसे पहले काम उनको यही करना चाहिए था। एक तारीख देनी चाहिए थी कि इस तारीख के बाद में कोई छुआछूत नहीं होगा। सब एक समान हैं, यह होना चाहिए था। यह बात ये करते नहीं हैं।
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