आतंकी फंडिंग और यौन शोषण के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर ठगे साढ़े 6 लाख, बांसवाड़ा का पहला मामला
Banswara News: केंद्र और राज्य सरकार सहित पुलिस प्रशासन समय-समय पर साइबर अपराध को लेकर लोगों को सचेत करती है. वहीं किसी भी प्रकार की लिंक नहीं खोलने, अनजान कॉल आदि को रिसीव नहीं करने को लेकर जागरूक करती है लेकिन फिर भी आए दिन लोग इस झांसे में आ जाते हैं. ऐसा ही एक मामला बांसवाड़ा जिले में पहली बार सामने आया है, जिसमें डिजिटल अरेस्ट कर एक व्यक्ति से 6 लाख से अधिक की राशि ठग ली गई। पीड़ित ने धोखे का शिकार होने के बाद पुलिस में मामला दर्ज कराया है.
पुलिस के अनुसार पीड़ित मोहम्मद शाहिद खान पठान पिता शब्बीर खान पठान निवासी गाजीपुरा पृथ्वीगंज ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें बताया कि कुछ दिन पूर्व व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आया। कॉल उठाने पर बातचीत के दौरान खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए आतंकवादी फंडिंग और यौन शोषण का मामला बताकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए उसे डिजिटल अरेस्ट करना बताया। इसके साथ ही कहा गया कि वह फोन नहीं काट सकता है और कॉल काटने पर विभिन्न तरह की सजा की धमकी भी दी गई.
3 घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट
आरोपी ने पठान को तीन घंटे के लिए डिजिटल अरेस्ट करने की बात बताते हुए कहा कि जो भी कह रहे हैं, उसे फॉलो करो। इसके बाद पठान के बैंक, खाते में राशि की जानकारी मांगते हुए वीडियो कॉलिंग चालू रखते हुए बैंक पहुंचने और बैंक डायरी, चेक बुक, आधार कार्ड का नंबर लिया। इसके बाद आरोपी ने आरटीजीएस के तहत रुपया ट्रांसफर करने के लिए दबाव बनाया। इस पर पीड़ित ने 6 लाख 57 हजार 47 रुपए बैंक से ट्रांसफर किए.
10 साल की सजा की दी धमकी
वहीं पीड़ित के मुताबिक इसके बाद 10 लाख रुपए की और मांग की गई जहां रुपए नहीं देने पर 10 साल की सजा और अनेक प्रकार की यातना देने की धमकी देने के बाद साइबर ठग ने व्हाट्सएप चैटिंग को डिलीट कराकर कॉल काट दिया. पीड़ित को बाद में साइबर ठगी का अहसास हुआ। इस पर उसने पुलिस की शरण ली है. पीड़ित ने प्रकरण दर्ज कराते हुए राशि वापस दिलाने की गुहार लगाई है। मामले की जांच शहर कोतवाली थानाधिकारी देवीलाल मीणा को सौंपी गई है.
-(बांसवाड़ा से मृदुल पुरोहित का इनपुट)
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