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Bharat Bandh 2024:  भारत बंद का राजस्थान में जोरदार असर! स्कूल-कॉलेज बंद...बंद करवाई जा रही दुकानें, थमी रोडवेज बसें

Bharat Bandh 2024: देशभर में 21 अगस्त को अनुसूचित जाति-जनजाति (SC-ST) के आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया गया है जिसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में बंद का असर...
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Bharat Bandh 2024: देशभर में 21 अगस्त को अनुसूचित जाति-जनजाति (SC-ST) के आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया गया है जिसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में बंद का असर देखा जा रहा है. दलित-आदिवासी संगठनों की ओर से भारत बंद का आह्वान करने के बाद सबसे ज्यादा असर राजस्थान में देखा गया है. राजस्थान के जयपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर, सीकर में सभी बाजार और स्कूल बंद हैं. वहीं पुलिस-प्रशासन की ओर से संघर्ष समिति के लोगों से अपील की जा रही है कि किसी भी तरह का प्रदर्शन और रैली शांतिपूर्ण रखें. वहीं सभी जिलों में चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.

मालूम हो कि देशभर से 21 दलित-आदिवासी संगठनों ने आज के दिन व्यापारियों से बाजार नहीं खोलने की अपील की है. बीते 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा था कि राज्य सरकारें अब अनुसूचित जाति, यानी SC के रिजर्वेशन में कोटे में कोटा दे सकेंगी. दरअसल अदालत ने अपन ही 20 साल पुराना फैसला पलटा था जहां इससे पहले कोर्ट ने कहा था कि अनुसूचित जातियां खुद में एक समूह हैं जिन्हें जातियों के आधार पर बांटा नहीं जा सकता. इधर भारत बंद के आह्वान के बाद जयपुर में भारी सुरक्षाबल की तैनाती की गई है जहां आरएएफ की टुकड़ी सड़कों पर मार्च कर रही है.

जोधपुर में बंद का व्यापक असर

इधर अनुसूचित जाति में जनजाति के संगठनों द्वारा किए गए संपूर्ण भारत बंद के आह्वान के बाद शहर के विभिन्न जगहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके अलावा पुलिस की विशेष टुकड़ियों को भी विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया है. जोधपुर कमिश्नरेट में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है. वहीं स्कूल-कॉलेज आज बंद रखे गए हैं. वहीं बंद के दौरान पुलिस कमिश्नर राजेंद्र कुमार डीपी पूर्व डीसीपी वेस्ट लगातार नजर बनाए हुए हैं. एडीसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि बंद के आह्वान को देखते हुए शहर के विभिन्न जगहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है.

वहीं बंद के आह्वान को देखते हुए भीम आर्मी सेना के साथ-साथ अन्य संगठन जोधपुर के जालोरी गेट चौराहे पर एकत्रित होकर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे. वहीं भीम आर्मी के आनंद आजाद ने बताया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम विरोध कर रहे हैं.

बीकानेर में एक्टिव मोड पर प्रशासन

वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दलित संगठनों के भारत बंद में बीकानेर में पुलिस के आलाधिकारी सुबह से ही एक्टिव मोड पर हैं. शहर के विभिन्न जगहों पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके अलावा बंद समर्थक टोलियों के रूप में बाजार बंद करवाने निकले हैं. जिला पुलिस अधीक्षक ने शान्ति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.

इधर नागौर में भी भारत बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है। नागौर के मुख्य बस स्टैंड पर आज प्राइवेट बसों का भी आवगमन एहतियातन बंद रखा गया है। नागौर शहर के वल्लभ तिराहे , गांधी चौक, किले की ढाल, शिव बाडी निकास गेट के बाजार पूर्णतया बंद नजर आ रहे हैं नागौर जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित और जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने नागौर मेडता खिवसर डेगाना मुंडवा कुचेरा जायल इलाको में कार्यपालक मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. वहीं एससी-एसटी संगठनों द्वारा नागौर शहर में एक रैली भी निकाली जाएगी जहां राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी नागौर जिला कलक्टर को सौंपा जाएगा.

सीकर में भी दिखा बंद का असर

वहीं सीकर जिला मुख्यालय पर भी बंद का असर देखा जा रहा है जहां कई राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा भी बंद का समर्थन किया गया है. भारत बंद को देखते हुए सीकर पुलिस भी अलर्ट है और पुलिस ने बंद का आह्वान करने वाले प्रतिनिधियों व व्यापार महासंघ के साथ बैठक कर शांतिपूर्वक बंद की अपील की है. भारत बंद के आह्वान को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों व कोचिंग सेंटर्स में अवकाश घोषित किया है. वहीं बंद के दौरान शांति बनी रहें इसलिए व्यापार महासंघ ने आज सुबह से दोपहर 1 बजे तक बाजार बंद रखने का फैसला लिया है.

बांसवाड़ा में भारत बंद बेअसर!

वहीं भारत बंद बांसवाड़ा में बेअसर दिखा हालांकि पुलिस और प्रशासन की ओर से एहतियातन आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं. बांसवाड़ा में बुधवार को सुबह सरकारी स्कूल, निजी स्कूल भी अन्य दिनों की तरह खुले. प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालय में अवकाश की घोषणा नहीं की गई थी। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से सुबह अन्य जिलों में जाने वाली बसों के फेरे रोक दिए गए, ताकि यात्रियों और बसों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो। सामान्य दिनों की तरह शहर में बाजार खुले और लोगों की आवाजाही बनी रही। हालांकि प्रमुख स्थानों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया.

इधर, आरक्षण से वंचित एसटीएससी समाज को माननीय उच्चतम न्यायालय के उप वर्गीकरण करने के फैसले का विभिन्न संगठनों ने स्वागत किया है और शीघ्र इस फैसले को लागू करने की मांग की है। इन संगठनों ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया। इसके साथ ही राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया जिसमें कहा कि यह बंद उच्चतम न्यायालय के आरक्षण से वंचित एसटीएससी समाज को आरक्षण का लाभ देने के फैसले के विरोध में किया जा रहा है, जिसका वे समर्थन नहीं करते हैं.

अलवर बंद शांतिपूर्ण, रोडवेज बसों का नहीं हुआ संचालन

इधर अलवर में बंद के चलते सभी छोटे-बड़े बाजार बंद रहे जहां शहर के होपसर्कस के आसपास बाजार, होपसर्कस मार्केट, कलाकंद मार्केट, सब्जी मंडी, घंटाघर, चूड़ी मार्केट, मालन की गली आदि सभी बाजारों में दुकानें बंद दिखी. अलवर बंद के तहत सुबह 10 बजे दलित संस्थानों ने शहर में अपनी मांगों के समर्थन में रैली निकाली गई. पुलिस व प्रशासन ने अलवर बंद के दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। शहर भर में पुलिस तैनात की गई है। खुद एसपी आनंद शर्मा भी अलवर बंद का जायजा लेने के लिए शहर में भ्रमण कर रहे हैं।

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