बूंदी पुलिस को बड़ी सफलता! लाखों की चोरी की वारदात का खुलासा...6 आरोपी दबोचे
Bundi Crime News: (रियाजुल हुसैन) बूंदी जिले के नैनवा उपखंड क्षेत्र के दुगारी गांव में नव वर्ष की पहली रात किराना व्यापारी के घर हुई लाखों रुपए की चोरी की वारदात को पुलिस ने खोल दिया है। पुलिस ने इस बड़ी चोरी की वारदात में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने चोरी की वारदात में इस्तेमाल 3 वाहनों को भी जप्त किया हैं।
आरोपियों ने किराना व्यापारी के घर से 65 तोला सोना, 25 किलो चांदी और 8 लाख की नगदी को उड़ा ले गए थे। वारदात के बाद एसपी राजेंद्र कुमार मीणा के निर्देश पर एएसपी उमा शर्मा के सुपरविजन में अलग अलग पुलिस टीमों का गठन किया था।
रंजिश का बदला लेने के लिए रची थी साजिश
गुरुवार को एसपी राजेंद्र कुमार मीणा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया है कि गांव के रहने वाले आरोपी सुरेश बेरवा की पीड़ित किराना व्यापारी ओम प्रकाश से पैसे के लेनदेन को लेकर रंजिश थी।
रंजिश का बदला लेने के लिए उसने अपने अन्य साथियों को उसके घर में लाखों रुपए के सोने,चांदी और नगद रकम होने की जानकारी दी थी। इसके बाद चोरों ने देर रात मौका पाकर बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। एसपी का कहना है कि इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है जिनके कब्जे से माल भी बरामद किया जाना है।
ऐसे हुआ वारदात का खुलासा
एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के बाद मौके पर डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया। मामले की जांच शुरू की गई पीड़ित से पूछताछ की गई। पीड़ित ओमप्रकाश ने बयानो मे बताया की मेरी कुछ समय पूर्व दुगारी गावं के निवासी सुरेश बैरवा से दुकान के सामान को लेकर कहासुनी हो गयी थी। आरोपी ने मुझे देख लेने की धमकी दी थी। आरोपी सुरेश कुमार वर्मा पुत्र बुद्धाराम जाति मेघवाल उम्र 44 साल निवासी दुगारी का निवासी है।
आरोपी मेघवाल जानता था कि प्रतिवर्ष ओमप्रकाश जैन नयी साल पर जैन मन्दिरो मे दर्शन के लिए जाता है व रात को वापस दुगारी घर पर नही आता है। अपने भतीजा राजेश उर्फ राजू वर्मा ने अपने परिचित बदमाशो को खुद की बाइक रिपेरिंग की दुकान पर बुलाकर अपनी बाइक पर एक बदमाश व दूसरी पर दो बदमाशो को लेकर जाकर दिन मे परिवादी के मकान की रेकी की। वही रात्रि को बदमाशो द्वारा चोरी करवायी चोरी मे दो गाडी बोलेरो व इको काम मे ली गई थी।
सीसीटीवी फुटेज में नजर आई संदिग्ध गाड़ी
एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज चैक करने पर वारदात में काम में ली गयी संदिग्ध बोलेरो व ईको गाड़ी व बाइक नजर आई। जिस पर आरोपियों की तलाश के लिए थाना एवं जिला स्तर पर टीमों का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटना स्थल के सभी दिशाओं में कस्बा से बाहर निकलने वाले सभी रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज चैक किये जाकर संदिग्ध कार के जाने के बारे में पतारसी की गयी।
नैनवा थानाधिकारी कमलेश कुमार शर्मा और टीम द्वारा संदिग्ध कार के मार्ग का फुटेज द्वारा पीछा करते हुए नैनवां , दबलाना, हिण्डोली, बसोली व बून्दी से गुजरने वाले सड़क मार्गों पर स्थित दुकानों, होटल, पैट्रोल पम्प, मकानों तथा शराब ठेकों पर लगे प्रत्येक कैमरे चैक करते हुए बूंदी पहुंचे। इसी दौरान सीसीटीवी कैमरों में प्रकरण की संदिग्ध बोलेरो गाड़ी रंग सफेद हाईवे से निकलकर बूंदी शहर की तरफ आना सामने आया।
संदिग्ध मार्ग पर लगे प्रत्येक कैमरे चैक किये गये, मार्ग में मिलने वाले ग्रामीणों, रेस्टोरेन्ट, होटल पर उक्त संदिग्ध गाडी के बारे में लोगो से जानकारी हासिल की गयी, तकनीकी साक्ष्य संकलन किये गये। तकनीकी सहायता से कार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सुरेश कुमार, राकेश उर्फ गुड्डू कहार, दीपक पुत्र चैनसिंह, खुशराम पुत्र रामलाल, अजय पुत्र हनुमान सिंह निवासी खेडला थाना तालेडा, राजेश उर्फ राजू वर्मा पुत्र हीरालाल निवासी दुगारी थाना नैनवा को गिरफ्तार किया है।
रात में बंद हुए सीसीटीवी कैमरा, तो पीड़ित को हुआ था शक
पीड़ित दिनेश कुमार ने बताया कि 1 तारीख को दोपहर को ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरा चेक किया था तो घर में सभी सामान सुरक्षित था लेकिन जब हम बूंदी आते समय को अधिक होने के चलते अपने परिवार के किसी सदस्य के घर पर रुके तो रात्रि 2:00 बजे कैमरा चलाया तो कैमरा ऑन नहीं हुआ और पूरा सिग्नल बंद नजर आया।
पीड़ित ने बताया कि घर में आभूषण होने के चलते ऑनलाइन कैमरे लगाए हुए हैं जिसके चलते वह मोबाइल पर ही अपने घरों की सुरक्षा सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी रखते हैं। बीती रात 12 बजे तक उन्होंने कैमरों से घर मे गतिविधियों को चेक किया तो सब कुछ सामान्य था। लेकिन रात 2 बजे जब उनकी नींद खुली.
उन्होंने मोबाईल पर सीसीटीवी कैमरे को कनेक्ट किया तो वह नही हुआ। उसके बाद उन्होंने भरतपुर पढ़ाई कर रहे बेटे को अन्य कैमरों की लाइव देखने को कहा तो उसके मोबाइल पर चोरों की वारदात कैद हो गई। बेटे ने पिता को बताया कि घर मे चोर घुस गए और चोरी कर फरार हो गए। बाद में जब छोटे भाई दिनेश को भेजा तो घर के ताले टूटे हुए थे। अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था।
पीड़ित है क्षेत्र का बड़ा किराना व्यापारी
जानकारी के अनुसार चोरों ने दिनेश कुमार के बड़े भाई ओम जैन के घर पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। दिनेश कुमार के बड़े भाई ओम जैन क्षेत्र में बड़ा किराना व्यापारी है और क्षेत्र की बड़ी सप्लाई इसी जगह से होती है। इसी के साथ मंडी में भी किसानों की फसलों को खरीदने का काम दोनों के माध्यम से किया जाता है। पीड़ित ने बताया कि उनके घर के अंदर दो बड़ी तिजोरिया रखी हुई थी जिनमें एक अलमारी में 65 किलो सोना और दूसरे माली में 25 किलो चांदी और दोनों में 8 किलो नगदी रखी हुए थे जिन्हें चोर चुरा कर ले गया। पीड़ित परिवार ने चोरी की सूचना पुलिस को दी।
यह था पूरा घटनाक्रम
पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि 2 जनवरी को पीड़ित ओमप्रकाश निवासी दुगारी ने नैनवा थाना में एक रिपोर्ट दी थी। जिसमें बताया कि 1 जनवरी को देर रात्रि मेरे घर पर चोर टेन्ट वाली सीढी लगाकर घर के अन्दर घुसे उसके बाद चेनल गेठ का ताला तोड़ दिया। चोरों ने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों की केबले तोडी व अन्दर 2 कमरो के ताले तोड़े और 2 अलमारीयों के तालो को खोलकर उनमे रखे 65 तोला सोना चोरी कर ले गये।
जिसमें से 40 तोला तो मेरा पुश्तैनी था व बाकी 25 तोला मेरी पुत्री का था। साथ ही 20 किलो स्वयं की चादी व 6 किलो दुसरे के अमानत के तोर पर रखी चांदी को चोर चोरी कर ले गये। वही दिगम्बर जैन मन्दिर दुगारी के 4 लाख ओर मेरे किराने की दुकान की राशि 4 लाख थी जिसे चोर चोरी कर ले गये। पीड़ित के भाई दिनेश जैन ने बताया कि अपने भाई ओम जैन धनोपिया के परिवार सहित भीलवाड़ा चावलेश्वर के दर्शन के लिए 1 जनवरी को गए थे।
रास्ते में ज्यादा घना कोहरा होने के चलते वह जहाजपुर में किसी परिचित के घर पर रुक गए। अपने घर पर लगे ऑनलाइन सीसीटीवी फुटेज को देखा तो वहां सीसीटीवी कैमरे बंद नजर आए। उन्होंने सोचा को तकनीकी कारण से सीसीटीवी फुटेज बंद हो गए होंगे अगले दिन आज सुबह जब वह अपने घर दुगारी पहुंचे तो उन्हें घर का सारा सामान इधर-उधर नजर आया। जिस तिजोरी में आभूषणों और नगदी रखी हुई थी वह दोनों तिजोरिया घर के बाहर नजर आई।
पीड़ित दिनेश कुमार का कहना है कि 1 तारीख को जब वह गए थे तो सीसीटीवी कैमरे चालू थे, उन्होंने सुबह शाम और दोपहर को सीसीटीवी की ऑनलाइन रिकॉर्डिंग भी देखी थी तो घर में सभी सामान सुरक्षित था। लेकिन 1 तारीख की रात को सीसीटीवी बंद होने के बाद ही चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया और वह नगदी और आभूषण को चुरा कर ले गए।
.