बूंदी में अब मिला मादा पैंथर का शव, बीते डेढ़ साल में काल का ग्रास बन गए आधा दर्जन पैंथर
Bundi News: बूंदी जिले में बीते डेढ़ वर्ष का समय पैंथर जैसे वन्यजीव के लिए ठीक नहीं रहा। कभी सड़क हादसे में तो कभी संदिग्ध अवस्था में पैंथर के शव सामने आते रहे। डाबी क्षेत्र में तो एक साथ 4 पैंथर की घटना को लोग भुला भी नहीं पाए थे। यहां 33 हजार केवी विद्युत लाइन की चपेट में आने से पैंथर का पूरा परिवार ही काल के ग्रास बन गया था।
पिछले 18 महीने के 547 दिनों में बूंदी जिले में करीब आधा दर्जन से अधिक पैंथर या तो हादसों का शिकार हुए है या फिर मृत पाए गए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह हैं कि सड़क पर गाड़ियों के पहियों के नीचे इन्हें कुचलने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध भी आज तक शायद ही कोई कार्यवाही हुई हो? रविवार देर रात भी इसी तरह के एक घटनाक्रम ने एक मादा पैंथर की जान ले ली।
मादा पैंथर को वाहन ने कुचला
बूंदी शहर के नेशनल हाईवे स्थित टनल के यहां अज्ञात वाहन की टक्कर से एक मादा पैंथर की मौत का मामला सामने आया है। फोरलेन पर पैंथर मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला। लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जहां जांच पड़ताल करने के बाद पैंथर के शव को कब्जे लेकर वन विभाग लाया गया और पशु चिकित्सालय के डॉक्टरों ने जांच पड़ताल कर पोस्टमार्टम किया।
सड़क हादसे में पैंथर के हाथ, पैर मुंह पर गंभीर चोटे लगी हुई थी। गौरतलब है 3 दिन पूर्व भी बूंदी रामगढ़ अभयारण्य में टाइगर फाइटिंग के दौरान एक टाइगर की मौत का मामला सामने आया था। यहां ये मुख्य हैं कि बूंदी शहर की मोरडी की छतरी की पहाड़ी और शहर से सटे टनल और बालचंद पड़ा इलाके में करीब एक दर्जन से अधिक पैंथर का मूवमेंट हो रहा है।
गश्ती दल प्रभारी बोले वाहन की टक्कर से हुई मौत
जानकारों ने बताया कि बूंदी टनल के पास नगर परिषद द्वारा मृत मवेशियों को फेंका जाता है जिसको शिकार करने के लिए वन्य जीव आसपास भटकते रहते हैं। इसी के पास यह पैंथर आया था, तभी सड़क को पार करते समय किसी अज्ञात वाहन ने उसे कुचल दिया जिससे चलते उसकी मौत हो गई।
प्रशासन को चाहिए कि बफर जोन के पास ऐसे मृत मवेशियों को नहीं डालें। गश्ती दल प्रभारी नरेंद्र सिंह का कहना है कि संभवत प्रथम दृष्टया किसी बड़े वाहन के टकराने से पैंथर की मौत हुई है मामले की जांच की जा रही है अज्ञात वाहन का पता लगाने के लिए टाइम भेज दी गई है।
बीते डेढ वर्ष में कई पैंथर हुए हादसों के शिकार
बूंदी में 2 माह के भीतर 4 पैंथरों की मौत हुई है। जिससे वन विभाग सहित वन्य जीव प्रेमियों में हड़कम मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार पहला मामला 11 दिसंबर को डाबी के गणेशपुर बडपू पठारी इलाके पैंथर की मौत हुई थी। इसी तरह दूसरा मामला 15 दिसंबर को इंद्रगढ़, तीसरा मामला 22 को गरडदा गोकुलपुरा सड़क पर हुआ था। जबकि चौथा मामला डाबी क्षेत्र के मालार्ट रोड पर घटित हुआ। सभी मामलों में पैंथर की ही मौत हुई थी।
डाबी क्षेत्र इलाके में 1 दर्जन से अधिक पैंथर का मूमेंट बना है। बता दे कि वर्ष 2023 में क्षेत्र के भीमलत के निकट गुफा में रेल की पटरी पर पूर्व में भी दो पैंथरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। जबकि 13 दिसंबर 2023 को भी डाबी क्षेत्र में 4 पैंथर की करंट की चपेट में आने से मौत हुई थी। अब सडक़ दुर्घटना से पैंथर की मौत हो गई जो चिंताजनक है।
-(बूंदी से रियाजुल हुसैन की रिपोर्ट)
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