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Bundi: किसान की मौत पर हिंडोली में जमकर बवाल! अस्पताल से सड़क तक हंगामा, SDM कार्यालय के बाहर शव रखकर प्रदर्शन

Bundi News: बूंदी जिले के हिण्डोली कस्बे में मंगलवार को किसान कैलाश चंद राठौड़ की मौत के बाद उसके परिजनों और ग्रामीणों ने कस्बे में भारी हंगामा किया। किसान की मौत से गुस्साए लोगों ने पहले तो अस्पताल में और...
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Bundi News: बूंदी जिले के हिण्डोली कस्बे में मंगलवार को किसान कैलाश चंद राठौड़ की मौत के बाद उसके परिजनों और ग्रामीणों ने कस्बे में भारी हंगामा किया। किसान की मौत से गुस्साए लोगों ने पहले तो अस्पताल में और फिर सड़क पर जोरदार हंगामा बरपाया. वहीं इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण किसान के शव को लेकर हिण्डोली एसडीएम कार्यलय के बाहर धरने पर बैठ गए जहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद भी आक्रोशित लोग नहीं माने. मृतक के पुत्र रामू लाल राठौड़ का आरोप था कि समय रहते उनकी सुनवाई हो जाती तो आज उसके पिता कैलाश चंद राठौड़ जिंदा होते. इधर प्रदर्शन के दौरान एएसपी उमा शर्मा सहित तीन थानों का भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया हुआ था.

मृतक के परिजनों ने बताया कि ग्राम सिंघाड़ी में खाते कब्जे काश्त की कुछ भूमि है जिस पर आरोपी कल्याण, फोरू और मुकेश सैनी और उसके परिजनों ने अवैध कब्जा कर लिया है। आरोपियों ने दोनों और के रास्ते भी बंद कर दिए है। आये दिन लड़ाई झगड़े करते है। मामले को लेकर पीड़ित किसान कैलाश चंद राठौड़ ने प्रशासन में सुनवाई नही होने पर 26 से 28 मई तक उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देकर आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की थी। मृतक के पुत्र रामू लाल ने बताया कि उसके पिता के द्वारा धरना देने के बाद भी आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई।

SDM पर लापरवाही बरतने का आरोप

वहीं प्रदर्शन के दौरान मृतक कैलाश के पुत्र रामू लाल राठौड़ ने बताया कि पूरे मामले में हिण्डोली एसडीएम ने बड़ी लापरवाही बरती है। उनका आरोप था कि जब मामले को लेकर 26 से 28 मई तक धरना दिया था उस वक्त भी एसडीएम द्वारा उन्हें धमकाकर धरना समाप्त करवाया था। अगर एसडीएम आरोपियों पर कार्रवाई करते तो उनकी किसी को धमकाने की जरूरत नहीं होती। उसने आरोप लगाया कि सोमवार शाम को आरोपी कल्याण, फोरू और मुकेश सैनी उसके घर आये और उसके पिता को जान से मारने की धमकी से धमकाया। उसके कुछ देर बाद उसके पिता की तबीयत बिगड़ गई और सदमे से उनकी मौत हो गई।

लगातार वार्ता भी रही विफल

वहीं इस मामले को लेकर पिछले 6 घण्टो से एसडीएम कार्यलय के बाहर शव रखकर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए जिला मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा सहित अन्य अधिकारी प्रदर्शनकारियों से वार्ता के लिए हिण्डोली पहुंचे जहां दो दौर की वार्ता विफल रही। मृतक के परिजनों का कहना था कि हिण्डोली एसडीएम को सस्पेंड किया जाये। आरोपी कल्याण, फोरू और मुकेश सैनी ओर अन्य पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। मृतक के परिवार को 50 लाख नगद, किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आरोपियों के कब्जे से भूमि मुक्त करवाकर दोनो रास्ते बहाल करवाए जाये। हालांकि प्रशासन के अधिकारी लोगो को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे।

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