Kota: राजस्थान में हड़ताल पर 1470 बस सारथी...रोडवेज बसों के संचालन पर असर, जानें क्या हैं मांग?
Bus Sarthi Strike Rajasthan: कोटा। राजस्थान में 1470 बस सारथी हड़ताल पर चले गए हैं। बस सारथी के हड़ताल (Bus Sarthi Strike Rajasthan) पर जाने से कई जिलों में रोडवेज बस संचालन पर असर पड़ रहा है। कोटा सहित कई शहरों में बस स्टैंड पर बस संचालन प्रभावित होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि कई जगह रोडवेज प्रबंधन ने परमानेंट कर्मचारियों की ड्यूटी लगवाकर बसों का संचालन करवाया। मगर बस सारथी हड़ताल क्यों कर रहे हैं? यह भी आपको बताते हैं।
बस सारथी की हड़ताल का बस संचालन पर असर?
राजस्थान में 1470 बस सारथी आज बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसकी वजह से कोटा बस स्टैंड पर रोडवेज बस सेवा ठप रही। कोटा का बस टर्निनल सूना पड़ा रहा और यात्री बसों के लिए परेशान होते दिखे। कोटा के अलावा जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, भरतपुर में भी हड़ताल का असर नजर आया। यात्रियों को रोडवेज बस सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए रोडवेज प्रबंधन ने परमानेंट कंडक्टर को बुलाकर तय रुट पर बसों का संचालन करवाने की मशक्कत की।
राजस्थान में हड़ताल क्यों कर रहे बस सारथी?
कोटा डिपो के चीफ मैनेजर अजय कुमार मीणा का कहना है कि बस सारथी UP पैटर्न पर भर्ती की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही अपने टारगेट में फ्री और रियायत पर बस यात्रा करने वाले लोगों का भुगतान जोड़ने की मांग भी है। वहीं बस सारथी अध्यक्ष हबीबुल्लाह काजी का कहना है कि हमें 13000 मानदेय पर तय किया हुआ है। हर महीने बस सारथी को 35 से 45 रुपए प्रति किलोमीटर के अनुसार बस कॉन्ट्रैक्ट पर देते हैं। उनसे रोज पैसा ले लिया जाता है, अगर इतना यात्री भार नहीं मिलता है तो वह पैसा उनकी जेब से देना पड़ता है। यह गलत है, इसलिए मांग नहीं माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
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