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Hathras Satsang Tragedy: भोले बाबा के सत्संग में भरतपुर से गए थे 800 लोग, एक महिला ने गंवाई जान...दलदल में गिरने से 2 महिलाएं घायल

Hathras Satsang Tragedy: यूपी के हाथरस में मंगलवार की शाम काल की शाम बन गई जहां सिकंदराराऊ के नेशनल हाईवे स्थित गांव फुलरई मुगलगढ़ी के सहारे खेतों में आयोजित नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के खत्म होने...
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Hathras Satsang Tragedy: यूपी के हाथरस में मंगलवार की शाम काल की शाम बन गई जहां सिकंदराराऊ के नेशनल हाईवे स्थित गांव फुलरई मुगलगढ़ी के सहारे खेतों में आयोजित नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के खत्म होने के बाद मची भगदड़ में अब तक करीब 124 लोगों की मौत हो गई है. घटना के बाद अलीगढ़, हाथरस, एटा और आगरा में रातभर शवों का पोस्टमॉर्टम होता रहा. वहीं कितने ही परिजन अपनों की लाशों को लेकर इधर-उधर रोते भटकते रहे. वहीं इधर घटना के बाद यूपी पुलिस ने 22 लोगों के खिलाफ सिकंदराराऊ थाने में मामला दर्ज किया है जिसमें मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर का नाम है. वहीं घटना के बाद से आरोपी भोले बाबा उर्फ हरि नारायण साकार फरार है.

इस हादसे ने एक ही झटके में कई घर उजाड़ दिए हैं जहां सत्संग के बाद हुई घटना में एक भरतपुर की महिला की भी मौत हो गई है. इसके साथ ही भरतपुर की 2 महिलाएं घायल भी हुई हैं जिनका एटा में इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक सत्संग में भरतपुर शहर से करीब 800 लोग शामिल होने के लिए हाथरस गए थे. सभी महिलाओं ने सत्संग में जाने के लिए पैसे इकट्ठे किए थे.

बता दें कि मृतक महिला डीग जिले की है और कुम्हेर थाना क्षेत्र के साबोरो गांव की रहने वाली थी. वहीं महिला की पहचान परसादी जाटव के रूप में की गई है. मृतक महिला का शव बुधवार जब गांव पहुंचा तो परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। मृतक महिला का पति मजदूरी करता है। उसके 2 लड़के हैं जिसमें से एक लड़का पढ़ाई कर रहा है और एक लड़का पिता के साथ मजदूरी करता है। मृतका के लड़कों का कहना है कि मां खुशी-खुशी सत्संग में गईं थीं।

सत्संग में भरतपुर से गई थी 7 बसें

बताया जा रहा है कि हाथरस के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए भरतपुर से 7 बसें भरकर गई थी जिसमें विजय नगर कॉलोनी, कुम्हा, दयोपुरा गांव और कुम्हेर से महिलाएं गई थी. इसके अलावा कुछ लोग अपने निजी वाहनों से भी हाथरस गए थे. जानकारी के मुताबिक सत्संग में भरतपुर जिले के करीब 800 लोग मौजूद थे.

सबोरा गांव के रहने वाले सरपंच प्रतिनिधि गजेंद्र सिंह ने बताया की, सोमवार को ऐंचेरा और साबोरा गांव की करीब 15 महिलाएं आपस में पैसे इकट्ठे कर एक गाड़ी की थी। उस गाड़ी से सभी महिलाएं नदबई गई थी। नदबई से सोमवार शाम एक बस गई थी। बस से ऐंचेरा और साबोरा गांव की महिलाएं हाथरस गई थी। ऐंचेरा और साबोरा गांव की सभी महिलाएं सुरक्षित हैं। वहीं भरतपुर जिला प्रशासन घायल महिलाओं से जानकारी ले रहा है.

कुम्हा निवासी ने बताया घटना के बाद का हाल

इधर सत्संग में शामिल होने गए विजेंद्र निवासी कुम्हा ने जानकारी दी कि मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम के नाम से एक कमेटी है, उसके द्वारा हमें भोले बाबा के सत्संग की जानकारी मिली जिसके बाद हम लोग सुबह करीब 6 बजे हाथरस के लिए रवाना हुए और 10 बजे से सत्संग शुरू हो गया। सत्संग में लाखों की संख्या में भीड़ मौजूद थी। 2 बजे सत्संग शुरू हुआ हम लोग अपनी बस में बैठकर भरतपुर के लिए रवाना हो गए।

विजेंद्र ने बताया कि हमारी बस हाथरस से निकल भी नहीं पाई थी उससे पहले पता लगा की जहां सत्संग हो रहा था वहां कोई हादसा हो गया था जिसमें कई मौतें हो गई हैं और कई महिलाएं और बच्चे घायल हैं. हमने हाथरस की कमेटी से संपर्क किया जिसके बाद हम भरतपुर के बाकी लोगों की तलाश में हाथरस पहुंचे जहां हमें पता लगा कि मलाह गांव की एक महिला रानी (40) और उसके बेटी ज्योति (16) भी सत्संग में आई थी जो घायल हैं और एटा अस्पताल में भर्ती हैं. इसके अलावा फिलहाल बाकी लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है.

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